उत्तर प्रदेश के मथुरा में दुर्लभ वन्य जीवों की हत्या कर उनके अंगों की तस्करी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
वन विभाग के मुताबिक आरोपी गोवर्धन क्षेत्र में वन्यजीवों के अंगों की सौदेबाजी करने पहुंचे थे।
मथुरा के वन विभाग ने दिल्ली में स्थित वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो से मिली खुफिया सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की।
वन अधिकारी ने बताया कि सोमवार को सभी अभियुक्तों को न्यायालय में पेश किया गया, जिसने उन्हें 14 दिन की हिरासत में भेज दिया।
जिला वन अधिकारी (डीएफओ) वेंकटेश श्रीकर पटेल ने बताया कि दिल्ली में स्थित वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी) से मिली जानकारी के आधार रविवार की रात टीम बनाकर राधाकुंड परिक्रमा मार्ग पर ग्राहक बनकर तस्करों से संपर्क किया गया।
पटेल ने कहा कि वहां टीम को फिरोजाबाद के नारखी के निवासी संजय कुमार व वीरेंद्र सिंह तथा कासगंज के विकास कुमार वन्य जीवों के अंग बेचते हुए मिले।
अधिकारी ने बताया कि उनसे उल्लू के नाखून और ‘मॉनीटर लिजार्ड’ के अंगों का सौदा किया गया था।
पटेल ने कहा कि जैसे ही तीनों तस्कर अंगों की आपूर्ति के लिए पहुंचे, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारी ने बताया कि उनके कब्जे से उल्लू के 14 नाखून व मॉनीटर लिजार्ड के 50 अंग बरामद हुए।
पटेल ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
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