जोहान्सबर्ग में शनिवार को जी-20 शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सतत और समावेशी विकास की वकालत की और चार प्रस्ताव रखे, जिनमें नशीली दवाओं और आतंकवाद के गठजोड़ से निपटने के लिए एक समन्वित वैश्विक प्रयास शामिल है। उन्होंने नशीली दवाओं की तस्करी को जन स्वास्थ्य, स्थिरता और सुरक्षा के लिए ख़तरा और आतंकवाद के वित्तपोषण का स्रोत बताया। उन्होंने विकास के मानदंडों पर पुनर्विचार करने पर ज़ोर देते हुए कहा कि मौजूदा ढाँचे ने आबादी के एक बड़े हिस्से को संसाधनों से वंचित कर दिया है और प्रकृति के अतिदोहन को बढ़ावा दिया है।
https://ift.tt/oLgGKn6
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply