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5-स्टार होटल जैसा घर, फ्लाइट फ्री, विधायकों का शाही इंतजाम:इंटरनेट के लिए 8300 रुपए हर महीना, बिहार में सैलरी डेढ़ लाख से ज्यादा

बिहार में विधायकों के लिए शाही इंतजाम हैं। 5 स्टार होटल जैसा घर, मुफ्त इलाज, ट्रेन-फ्लाइट से मुफ्त यात्रा। वेतन 1.60 लाख रुपए। आज जब 600 रुपए प्रति माह में अनलिमिटेड इंटरनेट और टॉक टाइम मिलता है। विधायक को टेलिफोन भत्ता के रूप में सरकार 8300 रुपए हर महीने देती है। बिहार के MLA का वेतन गुजरात और पंजाब जैसे राज्यों के विधायकों की सैलरी से ज्यादा है। भास्कर की रिपोर्ट में पढ़िए विधायक को बिहार में कितने पैसे और कौन सी सुविधाएं मिलती हैं। इनकी तुलना में ट्रेनी IAS अधिकारी को कितना वेतन मिलता है। आम बिहारी के महीने की पगार जितना है विधायक का 1 दिन का वेतन विधायक के वेतन और भत्तों को जोड़ दें तो उन्हें रोज 5 हजार रुपए से ज्यादा वेतन मिलता है। ट्रेन और प्लेन से कहीं जाना हो तो पैसे नहीं देने पड़ते। इलाज मुफ्त मिलता है। रहने के लिए सरकार घर देती है। नहीं तो 35 हजार रुपए हाउस रेंट। वहीं, नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस के आंकड़े के अनुसार बिहार की प्रति व्यक्ति आमदनी सालाना 69,321 रुपए है। इस तरह एक आम बिहारी महीने में 5776 रुपए कमाता है। आम आदमी के वेतन जितना पैसा विधायक को रोज सरकार देती है। विधायकों को सैलरी देने में 5वें नंबर पर बिहार विधायकों को सैलरी देने में बिहार 5वें नंबर पर है। पहले स्थान पर तेलंगाना है। यहां MLA को 2.5 लाख रुपए सैलरी मिलती है। दूसरे नंबर पर दिल्ली, तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र और चौथे नंबर पर उत्तर प्रदेश है। विधायक की सैलरी गुजरात में 1.41 लाख रुपए और पंजाब में 89,500 रुपए है। केरल में विधायकों को सबसे कम 70 हजार रुपए वेतन मिलता है। विधायक का वेतन 1.60 लाख रुपए, इलाज फ्री बिहार में पहली बार चुनाव जीतने वाले विधायक को हर महीने करीब 1.60 लाख रुपए वेतन मिलता है। मूल वेतन 50 हजार रुपए महीना है। इन्हें वेतन से ज्यादा भत्तों से आमदनी होती है। MLA का क्षेत्रीय भत्ता 55 हजार रुपए प्रति महीना है। इसके साथ ही स्टेशनरी भत्ता के रूप में 15 हजार रुपए हर महीने मिलते हैं। विधायक को कितने अन्य भत्ता मिलते हैं? 1. दैनिक भत्ता- विधानसभा के सत्र में भाग लेने और समिति की बैठक में शामिल होने जैसे काम के लिए पटना में रहने पर विधायक को रोज 3 हजार रुपए मिलते हैं। एक साल में राज्य के अंदर यात्रा करने के लिए 3 हजार रुपए रोज मिलते हैं। ये पैसे 20 दिनों के लिए दिए जाते हैं। राज्य के बाहर जाने पर अधिकतम 15 दिनों के लिए 3500 रुपए रोज भत्ता मिलता है। 2. यात्रा भत्ता- विधायकों को समिति की बैठक में शामिल होने के लिए अपने घर से पटना आने-जाने के लिए 25 रुपए प्रति किलोमीटर की दर से यात्रा भत्ता मिलता है। यह एक महीने में दो बार मिलता है। सत्र शुरू होने पर आने और समाप्त होने पर लौटने के लिए भत्ता मिलता है। सत्र अगर 21 दिनों से ज्यादा चले तो विधायक 15 दिन में अपने घर जा सकते हैं। जाने-आने के लिए यात्रा भत्ता मिलेगा। राज्य के बाहर जाने पर एक साल में 15 दिनों के लिए यात्रा भत्ता (25 रुपए प्रति किलोमीटर) मिलता है। यह रोज 200 km सड़क यात्रा के लिए होता है। 3. इंटरनेट, टेलीफोन और मोबाइल फोन भत्ता- विधायक को इंटरनेट, टेलीफोन और मोबाइल फोन के लिए हर महीने 8 हजार 300 रुपए मिलते हैं। चुनाव जीतते ही यह शुरू हो जाता है। इतना भत्ता तब है जब 500-600 प्रति महीना खर्च कर एक आम आदमी अनलिमिटेड टॉक टाइम और 5G इंटरनेट का आनंद लेता है। 4. रेलवे और हवाई जहाज भत्ता- विधायक 4 सहयोगी के साथ देश के अंदर कहीं भी ट्रेन और विमान से मुफ्त यात्रा कर सकते हैं। 1 साल में 4 लाख रुपए तक यात्रा खर्च सरकार देती है। 5. रेंट के लिए 35 हजार रुपए- बिहार सरकार विधायकों को पटना में रहने के लिए घर देती है। अगर किसी विधायक को सरकारी आवास नहीं मिला तो उन्हें हर महीने 35 हजार रुपए घर के किराये के लिए मिलते हैं। घर की सफाई के लिए 8 हजार रुपए हर महीने मिलते हैं। प्रति माह 2500 यूनिट तक बिजली बिल सरकार भरती है। 6. 1 लाख रुपए का फर्नीचर-विधायक को 5 साल के कार्यकाल के दौरान एक बार फर्नीचर लगाने के लिए 1 लाख रुपए मिलते हैं। अगर विधायक फिर से चुनाव जीतते हैं तो उन्हें अगले कार्यकाल के लिए भी 1 लाख रुपए फर्नीचर खर्च के लिए मिलेंगे। 7. निजी सहायक की सुविधा- विधायक एक या अधिक निजी सहायक रख सकते हैं। इसके लिए उन्हें हर महीने 40 हजार रुपए मिलते हैं। 8. 5% लोन पर खरीद सकते हैं कार- विधायक को कार खरीदने के लिए 5% ब्याज पर लोन मिलता है। राशि अधिकतम 25 लाख रुपए हो सकती है। 5 साल के कार्यकाल के दौरान विधायक एक बार इसका लाभ ले सकते हैं। 9. मुफ्त इलाज- विधायक को इलाज करने के लिए जेब से खर्च नहीं करना पड़ता। IAS और IPS की तरह ये मुफ्त इलाज करा सकते हैं। एम्स,आईजीआईएमएस जैसे हॉस्पिटल में इन्हें मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। विधायक पर निर्भर उनके परिवार के लोगों को भी मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराया तो खर्च रीइंबर्समेंट करा सकते हैं। 10. विदेश यात्रा-विधायक को विदेश यात्रा के लिए राज्य सरकार और विदेश मंत्रालय से अनुमति लेनी होती है। अगर सरकारी काम से जा रहे हैं तो दैनिक भत्ता और फ्लाइट का किराया मिलेगा। 11.रेल रिजर्वेशन की सुविधा- पटना से खुलने वाली ट्रेनों में सेकेंड क्लास की सीट बुक करा सकते हैं। अपने साथ चार सहयोगी रख सकते हैं। अब जानिए मुख्यमंत्री और मंत्री के वेतन और सुविधाएं बिहार के मुख्यमंत्री और मंत्री का वेतन 2 लाख 60 हजार रुपए प्रति महीना है। मूल वेतन 65 हजार रुपए है। भत्ता की राशि से प्रति महीना बनने वाला वेतन मूल वेतन से चार गुना से अधिक हो जाता है। दो महत्वपूर्ण भत्ते (अतिथि भत्ता और दूसरा क्षेत्रीय भत्ता) मिलते हैं। अतिथि भत्ता प्रतिदिन के हिसाब से जोड़ा जाता है। यह 3 हजार 500 रुपए प्रति दिन है। क्षेत्रीय भत्ता 70 हजार रुपए प्रति महीना है। मुफ्त ट्रेन यात्रा- ट्रेन से यात्रा करनी हो तो फर्स्ट क्लास का टिकट मिलता है। उनके परिवार के लोग भी मुफ्त ट्रेन यात्रा करते हैं। गाड़ी की सुविधा- CM और मंत्री को सरकार गाड़ी उपलब्ध कराती है। पेट्रोल-डीजल के पैसे और ड्राइवर भी देती है। खराब होने या सामान्य मेंटेनेंस का खर्च सरकार भरती है। मंत्री अगर निजी कार से सड़क यात्रा करते हैं तो उन्हें 25 रुपए प्रति किलोमीटर की दर से पैसे मिलते हैं। मुफ्त हवाई यात्रा की सुविधा- मुख्यमंत्री और मंत्री को मुफ्त हवाई यात्रा की सुविधा मिलती है। ये एग्जीक्यूटिव क्लास में यात्रा करते हैं। दैनिक भत्ता- CM और मंत्री को हर दिन 3500 रुपए की दर से दैनिक भत्ता मिलता है। राज्य के बाहर रहने पर यह राशि दोगुनी हो जाती है। टेलीफोन भत्ता- CM और मंत्री को टेलीफोन भत्ता मिलता है। इनके आवास और ऑफिस का खर्च सरकार उठाती है। मुफ्त इलाज- सीएम और मंत्री को मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। इनके परिवार के लोग भी यह सुविधा पाते हैं। विदेश यात्रा- CM को विदेश जाने के लिए प्रधानमंत्री से अनुमति लेनी होती है। यात्रा के दौरान सुविधाएं केंद्रीय मंत्री जितनी मिलती है। मंत्री को विदेश यात्रा के लिए सीएम और विदेश मंत्रालय से मंजूरी लेनी होती है। कार लोन: सीएम और मंत्री को विधायक जितना ही (25 लाख रुपए) कार लोन मिलता है। इसपर ब्याज 5% लगता है। मुख्यमंत्री और मंत्री को मिलते हैं दो प्राइवेट सेक्रेटरी- मुख्यमंत्री और मंत्री को दो प्राइवेट सेक्रेटरी मिलती है। एक बाहरी और दूसरे सरकारी अधिकारी होते हैं। दो निजी सहायक मिलते हैं। इसके साथ ही 3 फोर्थ ग्रेड कर्मी मिलते हैं। घर की सजावट के लिए 6 लाख रुपए- मुख्यमंत्री और मंत्री को घर की सजावट के लिए 6 लाख रुपए मिलते हैं। इससे फर्नीचर और दूसरे सामान खरीदे जा सकते हैं। अब जानिए एक ट्रेनी आईएएस का वेतन ट्रेनी आईएएस को शुरुआती वेतन काफी कम मिलता है। इसकी शुरुआत 56 हजार रुपए प्रति माह से होती है। यह वेतन ट्रेनिंग के दौरान मिलती है। रिटायरमेंट तक वेतन में काफी इजाफा हो जाता है। ट्रेनिंग के दौरान आईएएस को मिलती हैं ये सुविधाएं ट्रेनिंग के दौरान आईएएस अधिकारी को मुफ्त रहने और खाने की सुविधा मिलती है। मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में ट्रेनिंग दी जाती है। इस दौरान इन्हें सरकारी घर, गाड़ी या स्टाफ जैसी सुविधाएं नहीं मिलती। 3 हजार रुपए यात्रा भत्ता: फील्ड पोस्टिंग के दौरान आईएएस अधिकारी को यात्रा भत्ता मिलता है। यह रोजाना 3 हजार रुपए है। 5 स्टार होटल जैसी सुविधाओं वाले बंगले में रहेंगे विधायक पटना में सभी 243 विधायकों को रहने के लिए खूबसूरत बंगले मिलेंगे। इनमें 5 स्टार होटल जैसी सुविधाएं मिलेंगी। डुप्लेक्स बंगला 4300 स्क्वायर फीट का है। बंगले में गेस्ट रूम, बेड रूम, 2 छोटे रूम, पूजा रूम, ऑफिस, पीए का रूम, डायनिंग रूम, 3 किचन, एक हॉल, टॉयलेट-बाथरूम, ओपन टेरिस, बालकनी और फैमिली लाउंज हैं। बंगले में लाइटिंग, पंखे, AC, सोफा-पलंग, मॉड्यूलर किचन और डाइनिंग चेयर-टेबल की सुविधाएं मिलेंगी।


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