बिहार में इंडिगो एयरलाइंस की समस्या बड़ी होती जा रही है। पटना से पिछले 24 घंटों में 11 फ्लाइट रद्द हो चुकी हैं, जबकि दरभंगा और गया एयरपोर्ट पर भी उड़ानें कैंसिल और डिले होने का सिलसिला जारी है। क्रू-की कमी के कारण देशभर में इंडिगो की ऑपरेशनल क्षमता चरमरा गई है। सबसे ज्यादा मुश्किल बिहार के यात्रियों को हो रही है, क्योंकि यहां कनेक्टिंग फ्लाइटें कम हैं, विकल्प सीमित हैं और समय पर सूचना नहीं मिलने की वजह से लोग एयरपोर्ट पर फंस गए हैं। कई यात्री बीमार परिजनों को लेकर इलाज के लिए दिल्ली-मुंबई जा रहे थे, कुछ विदेश में जॉब ज्वाइन करने की तैयारी में थे, तो कुछ इंटरव्यू के लिए निकल चुके थे। लेकिन एयरलाइंस ने उन्हें एयरपोर्ट पहुंचने के बाद बताया कि ‘फ्लाइट कैंसिल है’, ‘अगले 2–3 दिन तक टिकट नहीं मिलेगा’ या ‘अपडेट की स्थिति में नहीं हैं।’ पटना, दरभंगा और गया इन तीनों एयरपोर्ट्स पर यात्रियों ने 10–12 घंटे फर्श, सीढ़ियों और कुर्सियों पर काटे। कई लोग रात भर जागते रहे। महिला, बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा परेशान दिखे। पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट पर क्या हालात हैं, फ्लाइट कितनी कैंसिल हैं, यात्री कैसे घर लौट रहे हैं ये जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम एयरपोर्ट पर पहुंची, पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पटना एयरपोर्ट पर कैसी थी स्थिति, देखें 3 तस्वीरें… सबसे पहले पटना एयरपोर्ट, हजारों लोग लौटे, 12 घंटे के इंतजार में थककर बैठी भीड़ पटना एयरपोर्ट पर शुक्रवार की सुबह से ही यात्री परेशान दिखे। टर्मिनल-1 के बाहर लंबी कतारें और अंदर हालात और भी खराब। सुबह 9 बजे से ही यात्रियों की भीड़ बढ़ती गई। जिनके हाथों में टिकट थे, वे काउंटर पर गए तो एक ही जवाब मिला… ‘फ्लाइट कैंसिल हो गई है।’ डिस्प्ले बोर्ड पर इंडिगो की उड़ानें लाल अक्षरों में ‘Cancelled’ दिख रही थी। मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, पुणे लगभग सभी प्रमुख रूटों की फ्लाइटें रद्द हो चुकी थीं। कुछ यात्रियों को फ्लाइट रद्द की सूचना रास्ते में मिली। कई ऐसे थे जो एयरपोर्ट पहुंचे तब उन्हें पता चला कि 24 घंटों में 11 फ्लाइटें नहीं उड़ सकीं। एयरपोर्ट पर तैनात CISF कर्मी भीड़ नियंत्रित करने में जुटे थे, लोग बार-बार इनसे पूछ रहे थे, ‘हम अब क्या करें?’ ऐसी स्थिति में लोग जमीन पर बैठकर टिकट चेक कर रहे थे, महिलाएं बच्चों को गोद में लिए ऊंघ रही थीं। डिस्प्ले बोर्ड बार-बार रद्द उड़ानों की सूची अपडेट कर रहा था। पटना एयरपोर्ट पर यात्रियों ने क्या कहा… कोई रास्ता नहीं बचा- देवेश सऊदी से लौटे देवेश मिश्र ने बताया, ‘एयरपोर्ट पहुंचकर पता चला कि 8 दिसंबर तक कोई फ्लाइट नहीं है। मैं कोलकाता जाना चाहता हूं, लेकिन यहां से कोई रास्ता नहीं बचा है।’ सुनीता देवी अपने बेटे के इलाज के लिए पटना से दिन में निकल चुकी थीं। रास्ते में मैसेज आया फ्लाइट कैंसिल। उन्होंने कहा, ‘दूसरी फ्लाइट देखी तो किराया तीन गुना था। हम क्या करें?’ पटना एयरपोर्ट पर कोई ऑप्शन नहीं- गुलाम मोहम्मद पटना एयरपोर्ट पर एक यात्री गुलाम मोहम्मद ने कहा, ‘मुझे कुवैत जाना है। पहले मैंने कोशिश की कि अगर दिल्ली तक की कोई फ्लाइट मिल जाए तो मैं जल्दी पहुंच सकूं, लेकिन पटना एयरपोर्ट पर फिलहाल कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है। मेरी मूल फ्लाइट मुंबई के लिए थी, जहां से मुझे कुवैत के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़नी थी।’ अब जानिए दरभंगा एयरपोर्ट का हाल, यात्रियों ने क्या कहा… ‘सर, अपडेट नहीं मिला है’ यही लाइन दोहराई जा रही थी दरभंगा एयरपोर्ट सामान्य दिनों में शांत रहता है, मगर शुक्रवार को हालात बिल्कुल उलट थे। सुबह से ही टर्मिनल के बाहर यात्रियों की भीड़ थी। अधिकांश लोग दिल्ली और बेंगलुरु जाने वाले थे। इंडिगो की उड़ानें पहले ‘डिले’ बताई गईं, फिर अचानक ‘कैंसिल’ का संदेश आया। समस्या यह कि दरभंगा से ऑप्शनल उड़ानें सीमित हैं, इसलिए यात्रियों के पास न पटना जल्दी पहुंचने का विकल्प था, न बनारस। वेटिंग हॉल में बैठने की जगह नहीं बची। लोग फर्श पर बैठकर चार्जर पोर्ट ढूंढ रहे थे। एयरपोर्ट प्रबंधन बार-बार मदद करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन इंडिगो स्टाफ के पास यात्रियों के सवालों का जवाब नहीं था। ‘सर, अपडेट नहीं मिला है’ यही लाइन दोहराई जा रही थी एयरपोर्ट आने में मुझे 5 हजार रुपए लग गए अमित कुमार ने कहा कि मैं दरभंगा एयरपोर्ट पर सुबह 11 बजे पहुंचा था। यहां आया तो पता चला कि फ्लाइट कैंसिल हो गई है। यहां सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। पहले सूचना दे दी जाती तो यहां नहीं आते। एयरपोर्ट आने में मुझे 5 हजार रुपए लग गए हैं। स्टूडेंट प्रियांशु झा दिल्ली में एग्जाम देने जा रहे थे, रोते हुए बोला, ‘फ्लाइट रद्द, ट्रेन का टिकट नहीं, बस से पहुंचने में 24 घंटे लगेंगे। मेरी परीक्षा छूट रही है।’ इसी तरह एक बुजुर्ग जोड़े को परिवार के एक सदस्य के देहांत पर दिल्ली जाना था, वे एयरपोर्ट पर खड़े-खड़े थक चुके थे। उन्होंने कहा, ‘बेटा चला गया, हम अंतिम बार उसे देखने भी नहीं जा पा रहे।’ सबसे दर्दनाक दृश्य था, एक महिला अपनी दो बेटियों के साथ सीढ़ियों पर बैठी फोन करती रही, ‘बाबूजी, हम आज नहीं आ पाएंगे। फ्लाइट बंद हो गई है।’ बच्चियां भूख के कारण बार-बार मां की गोद में सो रही थीं। दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों ने किया हंगामा दरभंगा एयरपोर्ट पर शुक्रवार को हंगामा हो गया था। एयरपोर्ट पहुंचे यात्रियों ने बताया कि उड़ान रद्द होने की जानकारी समय पर नहीं मिलने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्रियों ने बताया कि फ्लाइट कैंसिल होने के बाद अन्य कंपनियों का टिकट किराया भी बढ़ा दिया गया, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गईं। कई लोगों ने कहा कि अगर एयरलाइंस समय पर जानकारी दे देती, तो न एयरपोर्ट आते और न ही आर्थिक नुकसान होता। एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों को कराया शांत एयरपोर्ट प्रशासन ने स्थिति संभालने की कोशिश की और यात्रियों को शांत कराया। प्रशासन ने कहा कि एयरलाइंस से इस संबंध में जवाब तलब किया जाएगा और यात्रियों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इधर, रद्द हुई उड़ानों के यात्रियों में से कई को एयरलाइन की ओर से टिकट कैंसिल कर रिफंड दे दिया गया है। कुछ यात्रियों को 12 तारीख के बाद की उड़ानों पर एडजस्ट किया जा रहा है। इस पर भी यात्रियों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि कई दिनों बाद की डेट देने के पीछे एयरलाइंस स्पष्ट कारण नहीं बता रही है। गया एयरपोर्ट का क्या रहा हाल, 2 कनेक्टिंग फ्लाइट्स हुईं कैंसिल… इंडिगो ने सड़क मार्ग से लोगों को भेजा गया एयरपोर्ट से भी इंडिगो की 2 फ्लाइट रद्द कर दी गई। ये दोनों कनेक्टिंग फ्लाइट्स हैं। जो दिल्ली से गया होते हुए कोलकाता और कोलकाता से गया होते हुए दिल्ली जाती है। फ्लाइट रद्द होने यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। हालांकि इंडिगो की ओर से यात्रियों के सुविधा अनुसार उन्हें विभिन्न एयरपोर्ट के लिए सड़क मार्ग से जाने की सुविधा मुहैया कराई है। बड़ी संख्या में यात्री रांची-पटना के लिए प्रस्थान कर गए। एयरपोर्ट प्रभारी निदेशक अविनाश सोरेंग ने बताया कि इंडिगो प्रबंधन की अपनी समस्या चल रही है। समस्या पायलट से जुड़ी है, जिसकी वजह से यह परेशानी है। दिल्ली एयरपोर्ट पर बिहार जाने वाले फंसे, टिकट 3 गुना, कई यात्रियों को फर्श पर सोना पड़ा पहले फ्लाइट लेट बताई, फिर कैंसिल दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शुक्रवार को बिहार लौटने वाले यात्रियों की भीड़ असामान्य रूप से बढ़ी हुई थी। पटना, दरभंगा और गया जाने वाली इंडिगो की फ्लाइटें पहले ‘डिले’ बताई गईं, फिर अचानक कैंसिल हो गई। कई यात्री रात से ही टर्मिनल-3 के गेट नंबर-5 और 6 के पास फंसे हुए थे। भीड़ इतनी थी कि सुरक्षा कर्मियों को लगातार लोगों को समझाना पड़ रहा था। ‘अभी कोई उड़ान नहीं है, कृपया धैर्य रखें।’ सबसे मुश्किल में वे लोग थे जिनके घर में बीमार परिजन थे, या जिनकी ट्रेन-बस के टिकट अगले कई दिनों तक उपलब्ध नहीं थे। बीमार पिता को सीढ़ियों पर लेटना पड़ा पटना की रहने वाली ज्योति कुमारी अपने बीमार पिता को एम्स में दिखाकर लौट रही थीं, लेकिन फ्लाइट रद्द होने के बाद वे पूरी रात एयरपोर्ट की कुर्सियों पर बैठीं रहीं। उन्होंने कहा, ‘हमने पहले सोचा कि रात में निकल जाएंगे, लेकिन अब पता चला है कि कल भी उड़ान नहीं है। पापा यहां सीढ़ियों पर लेटे हैं, दवा का टाइम निकल रहा है।’ इसी तरह, दरभंगा का एक छात्र अमन ने बताया, ‘मुझे सुबह परीक्षा देनी थी, पर अब मैं एयरपोर्ट पर फंसा हूं। मैं 10 घंटे से बैठा हूं। ट्रेन का टिकट नहीं मिला। अब एग्जाम जाने का कोई रास्ता नहीं।’ यात्रियों की भीड़ भी बढ़ती जा रही सबसे अधिक निराशा उन लोगों में दिखी जो आपात स्थिति में घर लौटना चाहते थे। किसी के घर में शादी, किसी का अंतिम संस्कार, तो किसी की डिलीवरी डेट नजदीक थी। पर एयरलाइन काउंटर पर एक ही जवाब ‘अगले 48–72 घंटे तक अपडेट नहीं है।’ बिहार से वापस दिल्ली आने वाले यात्रियों की भीड़ भी बढ़ती जा रही है, क्योंकि कनेक्टिंग फ्लाइटें मिस होने का डर सबके चेहरों पर साफ दिख रहा था। अब जानें पटना से 4 बड़े शहरों के लिए फ्लाइट्स के कितने में मिल रहे टिकट,
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