टीआरई-4 की तहत 27 हजार शिक्षकों की भर्ती की परीक्षा अब दिसंबर में नहीं होगी। क्योंकि बिहार के 31 जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों ने अपने जिले में शिक्षकों के रिक्त पदों की जानकारी ही अब तक विभाग को नहीं दी है। जबकि, पिछली और मौजूदा सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने अगस्त में ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को नए आरक्षण स्टैंडर्ड के तहत रिक्तियां भेजने का निर्देश दिया था। हालांकि, पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर सहित 7 जिलों ने रिक्त पदों की जानकारी शिक्षा विभाग को दी है। लेकिन, इन जिलों में भी रिक्तियां अब तक अपडेट ही हो रही है। टीआरई 4 के तहत भर्ती की घोषणा अगस्त में की गई थी। तब शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने सभी जिलों से रिक्तियों की मांग की थी। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक फॉर्म भरने की योजना बनाई गई थी। 16 से 19 दिसंबर को टीआरई-4 की परीक्षा और 20 से 24 जनवरी तक रिजल्ट जारी होना था। लेकिन नवंबर बीतने को है और अब तक तक सभी जिलों से रिक्तियां ही नहीं आई है। जबकि विभाग की ओर से कई बार रिमाइंडर भी भेजा गया था। पहली बार टीआरई-4 में डोमिसाइल लागू किया जाएगा
बिहार में पहली बार टीआरई-4 में डोमिसाइल लागू होगा। इसके तहत राज्य के निवासियों के लिए लगभग 85% फीसदी सीटें रिजर्व रहेंगी। 15% सीटों पर ही दूसरे राज्य के निवासी और बिहार के निवासी जो जिनकी मैट्रिक और इंटरमीडिएट की डिग्री दूसरे राज्यों की है उनकी भर्ती होगी। कक्षा 5 तक के लिए शिक्षक भर्ती में 50% और अन्य कोटि में 35% आरक्षण का लाभ सिर्फ बिहार की महिला अभ्यर्थियों को ही मिलेगा। इससे पहले टीआरई 1, 2, 3 में यह लागू नहीं था। तब उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, झारखंड सहित अन्य राज्यों के लगभग 1 लाख से अधिक युवाओं को नौकरी मिली थी। विभाग ने जिलों से नए आरक्षण स्टैंडर्ड के तहत मांगी रिक्तियां
माध्यमिक शिक्षा निदेशक सज्जन आर ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों से नए आरक्षण स्टैंडर्ड के अनुसार कक्षा 1 से 5, 6 से 8, 9-10 और 11 व 12 के विषयवार रिक्त पदों की सूची मांगी है। इसके तहत नए आरक्षण स्टैंडर्स के मुताबिक रिक्तियों को भेजना है। नए आरक्षण रोस्टर के तहत बैकलॉग कैसे गिना जाएगा
नए आरक्षण रोस्टर के तहत ही बैकलॉग की गणना की जाएगी। बैकलॉग की गणना ईडब्ल्यूएस सहित गैर-आरक्षित वर्ग और आरक्षित वर्ग के कार्यरत शिक्षकों की संख्या के अंतर पर आधारित होगी। जो वर्ग कम होगा, उसके लिए बैकलॉग निकलेगा। आरक्षित वर्ग के लिए जितने कुल पद उपलब्ध हैं, वह गैर-आरक्षित वर्ग के बराबर होगा। जिलों से एक हफ्ते में रिक्तियां मांगी गई, फिर भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी
टीआरई 4 के तहत भर्ती के लिए एक सप्ताह के अंदर रिक्तियों की मांग की गई है। रिक्तियां मिलने के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरु होगी। इससे पहले जो रिक्तियां मिली थी, वह आरक्षण की तहत नहीं था। ऐसे में जिलों से फिर से रिक्तियां मंगवाई गई है। सुनील कुमार, शिक्षा मंत्री, बिहार
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