सीवान के हसनपुरा प्रखंड क्षेत्र के गोपालपुर गांव में शुक्रवार को विजिलेंस की 6 सदस्यीय टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्व कर्मचारी दिलीप कुमार सिन्हा को 15 हजार रुपए घूस लेते रंगे हाथों दबोच लिया। दिलीप के प्राइवेट ऑफिस पर छापेमारी के दौरान टीम ने वहां मौजूद एक निजी कंप्यूटर ऑपरेटर धनंजय को भी हिरासत में ले लिया है। विजिलेंस टीम का नेतृत्व DSP श्याम बाबू कर रहे थे। DSP ने बताया कि हसनपुरवा निवासी शिकायतकर्ता श्रेषराज सिंह ने 10 नवंबर को विजिलेंस में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि दिलीप कुमार सिन्हा द्वारा परिमार्जन के नाम पर 65 हजार रुपए की अवैध मांग की जा रही है। शिकायतकर्ता का आरोप था कि पैसे नहीं देने पर दिलीप ने उनके आवेदन को 2 बार रद्द कर दिया। इसके बाद दिलीप ने पार्ट वाइज रुपए देने की बात कही, जिसके तहत पहले चरण में 15 हजार रुपए की मांग की गई थी। 15 हजार रुपए लेते हुए दिलीप को रंगे हाथों पकड़ा शिकायत की जांच के लिए विजिलेंस टीम ने गोपनीय रूप से सत्यापन कराया। जांच में शिकायत सत्य पाई गई, जिसके बाद 26 नवंबर को दिलीप के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। शुक्रवार को तय योजना के तहत छह सदस्यीय टीम गोपालपुर स्थित दिलीप के निजी कार्यालय पर पहुंची। इसी दौरान शिकायतकर्ता से 15 हजार रुपए लेते हुए दिलीप को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। मौके से एक निजी ऑपरेटर धनंजय को भी पूछताछ के लिए सीवान परिसदन लाया गया। पटना विजिलेंस दफ्तर ले जाया जाएगा DSP श्याम बाबू ने बताया कि दिलीप और धनंजय दोनों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच के बाद दिलीप को हिरासत में लेकर पटना विजिलेंस दफ्तर ले जाया जाएगा। यदि जांच में धनंजय की संलिप्तता साबित होती है तो उसे भी विधि-सम्मत कार्रवाई के तहत पटना ले जाया जाएगा और आवश्यक कार्रवाई पूरी होने के बाद जेल भेजा जाएगा। विजिलेंस की इस कार्रवाई से प्रखंड क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। ग्रामीणों ने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ महत्वपूर्ण कदम बताया है और उम्मीद जताई है कि ऐसे कदमों से सरकारी कार्यों में पारदर्शिता बढ़ेगी।
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