राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में चल रहे ‘साहित्य आजतक 2025’ के आखिरी दिन, ‘हिंदी मीडियम टाइट’ के लेखक प्रभात रंजन और अबोलि की डायरी’ की लेखिका जुवी शर्मा ने “हिंदी लेखन में आपबीती…” सत्र में हिस्सा लिया. दोनों लेखकों ने बताया कि कैसे उनके व्यक्तिगत अनुभव और आपबीती ही उनके साहित्यिक कार्यों का मूल आधार बनती हैं.
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