सहरसा में बाल विवाह उन्मूलन पर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक जिला विधिक सेवा प्राधिकार, सहरसा और कोसी लोकमंच, सहरसा के संयुक्त तत्वावधान में प्राधिकार परिसर में हुई। इसकी अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव ने की। बैठक में, प्राधिकार की सचिव ने बाल विवाह को जड़ से खत्म करने के लिए प्रत्येक प्रखंड में लीगल सर्विसेज क्लिनिक स्थापित करने की घोषणा की। इन क्लिनिकों में एक पारा-विधिक स्वयंसेवक और एक पैनल अधिवक्ता नियुक्त किए जाएंगे। ये ग्रामीण स्तर पर बाल विवाह की रोकथाम हेतु जागरूकता फैलाने और कानूनी सहायता प्रदान करने का कार्य करेंगे। सचिव ने जोर दिया कि समाज और प्रशासन की संयुक्त पहल से ही इस कुरीति पर प्रभावी रोक लगाई जा सकती है। प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी शालिनी कुमारी ने बाल विवाह की रोकथाम में जागरूकता को सबसे महत्वपूर्ण साधन बताया। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों और विद्यालयों में इस विषय पर निरंतर अभियान चलाए जाने चाहिए। इसका उद्देश्य बच्चों, अभिभावकों और समुदाय को बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में सही जानकारी देना है। इस अवसर पर मुख्य लीगल एड डिफेंस काउंसिल कमलेश्वरी प्रसाद, उप मुख्य लीगल एड डिफेंस काउंसिल विजय गुप्ता, असिस्टेंट लीगल एड डिफेंस काउंसिल बाबुल कुमार और जाकिर हुसैन उपस्थित थे। इनके अतिरिक्त, कल्याण समिति के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, अधिवक्ता, पारा-विधिक स्वयंसेवक और अन्य कर्मचारी भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। बैठक में बाल विवाह उन्मूलन के लिए प्रभावी रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा हुई। आगामी महीनों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन का भी निर्णय लिया गया।
https://ift.tt/mZ4hDeO
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply