‘आरोपी के प्राइवेट पार्ट और हाथ–पैर काटकर मार देना चाहिए। जैसे मेरी बच्ची तड़प-तड़पकर मरी है, उसको भी सजा दी जानी चाहिए। उसने मेरी बेटी को बहुत दर्द दिया है, वो अपना दर्द मुझे बता तक नहीं पाई, पता नहीं वो कितना तड़पी होगी। कौन–कौन दरिंदा होगा, जिसने उसके साथ ये हरकत की। पुलिस उसे जल्दी पकड़े ताकि कोई और बच्ची उन दरिंदों का शिकार न हो जाए।’ ये कहना है उस रेप पीड़िता बच्ची की बुआ का, जिसकी गुरुवार को रेप के बाद हत्या कर दी गई। बच्ची का शव उसके घर से 200 मीटर दूर मिला था। बच्ची के साथ किस तरह दरिंदगी हुई, जान बचाने के लिए उसने कितना संघर्ष किया होगा..? इस घटना के बाद गांव वाले क्या बोल रहे? बच्ची के परिजन क्या चाह रहे हैं…..ये जानने के लिए भास्कर की टीम रोहतास जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर बच्ची के गांव पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… गांव में पसरा था सन्नाटा, बस मां की चीख बच्ची के गांव में सन्नाटा पसरा था। जैसे ही हमारी टीम बच्ची के घर के पास पहुंची, बाहर में गांव वालों का जमावड़ा लगा था। घर के आंगन में पुरुष चुपचाप बच्ची को याद कर बेसुध बैठे थे। वहीं, कमरे से महिलाओं के रोने की चीख सुनाई दे रही थी। सबके जुबान पर एक ही बात थी, आरोपी को जल्द अरेस्ट कर उसे तड़पा कर मारा जाए। ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह के जघन्य अपराध को अंजाम देने की हिम्मत न करे। ‘आरोपी को फांसी नहीं, तड़पा कर मारा जाए’ घर के बाहर सबसे पहले हमारी मुलाकात बच्ची की बुआ से हुई। बुआ का कहना है, ‘पहले तो आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। ऐसे दरिंदे को गोली मारकर या फांसी की सजा न दी जाए। इससे वो पल भर में मर जाएगा। मेरी बच्ची ने जो दर्द महसूस किया है, वो दर्द आरोपी को भी फील होना चाहिए। इस वजह से उसको तड़पा-तड़पा कर मारना चाहिए। उसका प्राइवेट पार्ट और हाथ पैर काट दिए जाएं। इसके बाद उसे गोली मार दी जाए। तभी ऐसे दरिंदों को पता चलेगा कि बच्ची का दर्द क्या था और वो कैसे तड़पकर मरी होगी।’ ‘सरकार मेरी आखों के सामने उनको गोली मारे’ बुआ से बात करते–करते हम मां के पास पहुंच गए। बहुत गुमसुम बैठी है। कभी अचानक बेटी को याद कर रो पड़ती है तो कभी चिल्लाती है कि मेरी बेटी को कैसे तड़पाकर मारा। कौन हैं वो, जाओ मेरी बेटी को वापस ले आओ। कुछ महिलाएं उसे संभालने की कोशिश करती हैं। फिर रुंधे हुए गले से बोलती है, हम नीतीश से चाहते हैं कि जिस भी आरोपी ने मेरी बच्ची के साथ इस तरह से किया, उस पापी को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। ताकि मेरी बच्ची को न्याय मिल सके। मेरी आंखों के सामने आरोपी की गोली मारकर हत्या कर दी जाए। बहुत तैयार होकर वो पढ़ने गई थी, कहती थी मां मैं एक दिन कुछ बड़ा करूंगी।’ इतना कहते हुए वो फिर रो पड़ती है। अब घर के अंदर का हाल देखिए… जिस कमरे में बच्ची पढ़ती थी, वहां से बच्ची का सारा सामान हटा दिया गया है। उसका बैग, किताबें और कपड़े एक बक्से में पैक कर दिए गए हैं। हमने एक अन्य महिला से पूछा ऐसा क्यों किया गया है, तो उसने भरे हुए गले से बोली– क्या करें, बच्ची की मां बार बार उसके कपड़े उठाकर रोने लगती है। कभी उसके बैग को पकड़ लेती है तो कभी उसकी स्कूल ड्रेस। इसलिए सारा सामान एक बक्से में पैक कर दिया गया है। ताकि उसकी याद न आए, कुछ दिन बाद ये सारा सामान बाहर कहीं फेंक दिया जाएगा। अब आपको घटनास्थल पर ले चलते है..जहां बच्ची से रेप हुआ कुछ दूर आगे बढ़ने के बाद हम घटनास्थल पर पहुंचे। सकरी सी गली में झाड़ी है। इसी से बच्ची बुधवार की शाम गुजर रही थी, तभी उसके साथ रेप हुआ। वहीं, घटना के बाद जिस ग्रामीण ने बच्ची को बेसुध हालत में सबसे पहले देखा था, उससे हमारी बात हुई। ग्रामीण ने बताया, मैं कुछ काम करके चौक से घर की तरफ लौट रहे थे। इसी दौरान मैं उस गली में पहुंचा, जहां बच्ची के साथ रेप हुआ था। 8 बजे के करीब जैसे ही मैं गली में घुसा बच्ची बेहोशी हालत में उल्टे साइड नाली के पास पड़ी थी। उसके शरीर पर मिट्टी लगी थी। मैंने जैसे ही उसे सीधा किया, वो नग्न अवस्था में मिली। उसके शरीर पर खरोंच के निशान और पूरे शरीर में खून लगा था। मैंने तुरंत उसे खुद के शॉल से ढक दिया। इसके बाद आसपास के लोगों को चिल्लाकर बुलाया। बच्ची के माता-पिता को सूचना देते ही हमलोग सबसे पहले उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद अस्पताल से ही पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस की टीम रात 9 बजे के करीब अस्पताल पहुंची। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। इसके बाद पुलिस की टीम हमारे गांव पहुंची। जहां बच्ची के साथ रेप हुआ था, वहां पुलिस की टीम और FSL टीम ने जांच की। हालांकि, घटना को हुए 2 दिन बीत चुके हैं लेकिन पुलिस ने अभी तक कुछ कार्रवाई नहीं की है। अब सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए पूरा घटनाक्रम… छोटे भाई को ट्यूशन से लेने निकली थी बच्ची, लाश मिली रोहतास के नसीरगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में गुरुवार शाम लगभग 5 बजे छठी क्लास में पढ़ने वाली बच्ची अपने छोटे भाई के साथ घर से कोचिंग के लिए निकली थी। हर दिन की तरह वो पहले भाई को ट्यूशन के लिए छोड़ी। फिर अपने दूसरे जगह पर पढ़ने के लिए गई। गांव के अंदर ही दोनों भाई-बहन दो अलग-अलग ट्यूशन सेंटर में पढ़ते थे। करीब 7 बजे बच्ची ने अपनी क्लास खत्म कर छोटे भाई को लेने जा रही थी। इसके बाद दोनों साथ में घर लौटते। हर दिनों दोनों भाई-बहन ऐसे ही ट्यूशन पढ़ने जाते थे। गुरुवार की शाम जब बच्ची अपने भाई की ट्यूशन की तरफ जा रही थी, इसी बीच रास्ते में किसी ने उसे जबरन उठा लिया। चूंकि गांव की गलियां संकरी हैं और शाम को आवाजाही कम रहती है, आरोपी को मौका मिल गया। इस दौरान वो बच्ची का मुंह दबाकर उठा ले गया। बच्ची को रास्ते से उठाकर बगल में मौजूद खेत में रेप की घटना को अंजाम दिया। ये पूरी वारदात करीब 15 मिनट के अंदर खत्म हो गई थी। घटना के आधे घंटे बाद 7.45 बजे गांव के कुछ लोग उस रास्ते से गुजर रहे थे। तभी उनकी नजर बगल में पड़े पहले चप्पल पर गई। जब वो आगे बढ़े तो उन्हें नाली के पास एक बच्ची उल्टे साइड बेसुध हालत में मिली। बच्ची के कपड़े फटे थे। लोगों ने बच्ची को पहचान लिया। इसके बाद उन्होंने बच्ची की हालत देखकर तुरंत परिवार को सूचना दी। परिजन पहुंचे तो उसकी सांसें थम चुकी थीं। पिता बोले- मेरी बेटी को गलत काम के बाद मार दिया गया बच्ची के पिता ने बताया, हर दिन की तरह मेरी बेटी अपने छोटे भाई के साथ ट्यूशन गई थी। हमेशा दोनों साथ लौटते थे। गुरुवार को भाई पहले आ गया, पर वह नहीं पहुंची। हमें लगा शायद वह रास्ते में किसी से बात कर रही होगी, लेकिन जब गांव के लोगों ने बताया तो हमारी दुनिया ही उजड़ गई। उन्होंने कहा, जब हम पहुंचे तो मेरी बेटी खून से सनी पड़ी थी। उसके कपड़े फटे थे, शरीर पर खरोंचें थीं, चेहरा नीला पड़ चुका था। यह किसी सामान्य घटना की तरह नहीं लग रहा था। जिसने भी किया है, वह इंसान कहलाने लायक नहीं है। पहले मेरी बेटी के साथ दरिंदगी की गई और फिर मार दिया गया। पिता का आरोप साफ है कि यह प्लानिंग करके किया गया अपराध है। आरोपी ने पहले मेरी बेटी की रेकी की होगी। बच्ची हर दिन इस रास्ते से अकेले गुजरती थी। इसी का फायदा उठाकर आरोपी ने बच्ची के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया है। जो भी आरोपी है, उसे ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि दूसरा कोई बच्चियों के साथ ऐसा करने का सोच भी न सके। हमारी बेटी वापस नहीं आएगी, लेकिन न्याय जरूर मिलना चाहिए। उन्होंने पुलिस से कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, हमें सिर्फ इतना चाहिए कि पुलिस उन दरिंदों को पकड़कर सजा दिलाए। पूरा गांव जानना चाहता है कि आखिर किसने हमारी बच्ची की जिंदगी छीनी। अब बच्ची की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देखिए पोस्टमॉर्टम करने वाली टीम के अनुसार, बच्ची के शरीर पर कुल 22 जगह नाखून से नोंचने के गहरे निशान मिले हैं। ये निशान छाती, गर्दन, पीठ और कंधों पर अलग-अलग हैं। जिससे पता चलता है कि बच्ची बचने के लिए रेपिस्ट से काफी कोशिश की। टीम के अनुसार, नाखूनों की गहराई बता रही है कि उसके साथ बहुत बुरी तरह जबरदस्ती की गई है। सबसे ज्यादा हमला उसकी गर्दन पर किया गया। रेपिस्ट के दोनों अंगूठे उसकी गर्दन में इस तरह धंसे थे कि अंदर की खाल फट गई थी। उसकी आंखें करीब-करीब बाहर निकली हुई दिखाई दे रही थी। गर्दन की मांसपेशियों और हड्डियों के आसपास पर्पल ब्लड-क्लॉट्स मिले, जिससे पता चलता है कि गर्दन को बहुत तेज दबाया गया है। टीम के एक सदस्य के अनुसार, प्राइवेट पार्ट पर गहरी चोट के निशान हैं। ब्लीडिंग और अंदरूनी सतह पर टियर मार्क्स मिले। डॉक्टरों ने लिखा, ‘चोटें गंभीर हैं और यह किसी हिंसक यौन उत्पीड़न का संकेत देती हैं।’ इससे पता चलता है कि अत्यधिक क्रूरता के साथ बच्ची से रेप किया गया। पुलिस बोली- दरिंदगी करने वालों को जल्दी पकड़ा जाएगा नासरीगंज थाना प्रभारी ने बताया कि शुरुआती जांच में बच्ची के साथ गंभीर यौन उत्पीड़न और गला दबाकर हत्या का मामला सामने आ रहा है। पुलिस ने घटनास्थल से कपड़े, फिंगरप्रिंट के निशान, नाखून के सैंपल जब्त किए हैं। पुलिस की टीम गांव के सभी संदिग्धों, पहले से छेड़खानी या शरारती प्रवृत्ति वाले लोगों और गांव में आए बाहरी मजदूरों की पड़ताल कर रही है। डीएसपी के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया है। जिन दरिंदों ने बच्ची की जान ली है, उन्हें जल्द गिरफ्तार कर कठोर दंड दिलाया जाएगा। यह केस टॉप प्रायोरिटी पर है।
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