बेगूसराय के नदैल घाट रेड लाइट एरिया से पुलिस ने दो लड़कियों का रेस्क्यू किया है। मौके पर से जबरन देह व्यापार कराने वाले मां-बेटे को गिरफ्तार किया गया है। एसपी मनीष ने बताया कि मंगलवार की देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे बखरी थाना को सूचना मिली कि एक लड़की नदैल घाट से भागकर सलौना चैती दुर्गा मंदिर पर आई है, जो काफी घबड़ाईं हुई है। लड़की के आने के कुछ देर बाद ही नदैल घाट के संजय खलीफा, साजन कुमार और राधा देवी उस लड़की को जबरदस्ती खींच कर मोटरसाइकल पर बैठाकर मार-पीट करते हुए ले जा रहे हैं। बखरी डीएसपी कुंदन कुमार के नेतृत्व में बखरी थाना के पुलिस पदाधिकारी तुरंत नदैल घाट पहुंची। वहां इनपुट मिला कि संजय खलीफा का पूरा परिवार औरतों और लड़कियां का अपहरण कर देह-व्यापार कराता है। पुलिस टीम ने संजय खलीफा के घर की घेराबंदी कर एक लड़की को बरामद किया। मना करने पर नहीं देते थे खाना मौके पर से देह व्यापार कराने वाले साजन कुमार और राधा देवी को गिरफ्तार किया गया। बरामद की गई लड़की ने पुलिस को बताया कि लोग जबरदस्ती देह व्यापार कराते हैं। मना करने पर खाना नहीं देते और मारते-पीटते रहते हैं। उसके अलावा और लड़की से भी जबरदस्ती देह व्यापार कराया जाता है। यह लोग लड़कियों और महिलाओं का बड़ा कारोबार करते हैं। बरामद लड़की ने पूछताछ में बताया कि पुलिस को आता देखकर संजय खलीफा एक लड़की को लेकर पीछे के दरवाजे से भाग गया है। यह सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तुरंत खोजबीन की, तो दूसरी लड़की को चंद्रभागा नदी के किनारे से बरामद किया गया। लेकिन संजय खलीफा भाग गया। लड़की ने भी पुलिस को बताया कि जबरदस्ती देह व्यापार कराते हैं, मना करने पर बुरी तरह मार-पीट करते हैं। तीन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज पुलिस बरामद दोनों लड़कियों से पूछताछ कर रैकेट का खुलासा करने में जुटी हुई है। एसपी ने बताया कि बखरी डीएसपी के नेतृत्व में फरार आरोपी संजय खलीफा के गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम की ओर से छापेमारी किया जा रहा है। जबरन देह व्यापार कराने के मामले में तीन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। गिरफ्तार किए गए संजय खलीफा के बेटा साजन कुमार और पत्नी राधा देवी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस सोर्सेज के अनुसार नदैल घाट रेड लाइट एरिया में सिर्फ बिहार के विभिन्न शहर ही नहीं, बल्कि झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, असम आदि से भी लड़कियों को लाया जाता है। लड़कियां को फुसला-फुसला कर नौकरी के नाम पर, शादी का झांसा देकर मानव तस्कर गिरोह की ओर से देह व्यापार के अड्डा नदैल घाट में बेच दिया जाता है। गिरोह के महिला सदस्य ट्रेन, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड जैसे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर लड़कियों को अपना शिकार बना लेते हैं। आमतौर पर 4 से 8 महीने तक यहां लड़कियों को रखा जाता है, फिर बाहर सप्लाई कर दिया जाता है। बड़े-बड़े मानव तस्कर इसमें शामिल हैं। यहां से लड़कियों को गुलाबबाग पूर्णिया होते हुए किशनगंज पहुंचाया जाता है। फिर वहां से बांग्लादेश बॉर्डर में गुप्त तरीके से पार कराया जाता है, य। स्थानीय स्तर पर पासपोर्ट की व्यवस्था नहीं की जाती है।
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