मधुबनी जिले में इन दिनों कृषि विभाग मिट्टी की गुणवत्ता की जांच कर रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य खेतों की मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों की कमियों का पता लगाना और आवश्यक उर्वरकों की पहचान करना है। पोषक तत्वों की कमी की होगी जानकारी इस प्रक्रिया के तहत, विभाग खेतों से मिट्टी के नमूने एकत्र करता है जिसका लैब में विश्लेषण किया जाता है, जिससे मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों की कमी का सटीक पता चलता है। विश्लेषण के बाद, किसानों को उनकी मिट्टी के लिए उपयुक्त खाद के उपयोग संबंधी विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाती है। जांचकर्ता कीर्ति कुमार ने बताया कि कृषि विभाग सभी प्रकार की मिट्टी के नमूने एकत्र करता है। इससे किसानों को यह सटीक सलाह दी जा सकती है कि उन्हें अपनी फसल के लिए किस प्रकार के उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए और किनसे बचना चाहिए। पैदावार और गुणवत्ता में होगा सुधार इसके अतिरिक्त, विभाग द्वारा बाजार में उपलब्ध खाद की गुणवत्ता की भी जांच की जा रही है। इस जांच का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसानों को मिलने वाला उर्वरक असली है, नकली नहीं, और उसमें बताई गई गुणवत्ता मौजूद है या नहीं। इस पहल से किसानों को सही और प्रभावी उर्वरक मिल सकेंगे, जिससे उनकी फसल की पैदावार और गुणवत्ता में सुधार होगा।
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