बांका के शंभूगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत बिरनौधा गांव में शनिवार को एक अनोखी घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके में चर्चा का माहौल बना दिया। गांव स्थित सरस्वती मंदिर में एक प्रेमी जोड़े को ग्रामीणों ने आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया। इसके बाद नाराजगी और पूछताछ के बीच मामला ऐसा मोड़ ले गया कि ग्रामीणों ने आपसी सहमति के आधार पर मंदिर परिसर में ही दोनों की शादी करा दी। सरस्वती मंदिर में पकड़ा गया प्रेमी जोड़ा जानकारी के अनुसार, यह घटना शनिवार सुबह की है। बिरनौधा गांव स्थित सरस्वती मंदिर में टहलने पहुंचे ग्रामीणों की नजर एक युवक और युवती पर पड़ी, जो मंदिर परिसर में मौजूद थे। दोनों को आपस में प्रेमालाप करते देख ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और पूछताछ शुरू कर दी। देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग मौके पर जुट गए और मामला गांव में चर्चा का विषय बन गया। भागलपुर जिले का रहने वाला है प्रेमी जोड़ा पूछताछ में प्रेमी जोड़े ने अपनी पहचान भागलपुर जिले के सुल्तानगंज प्रखंड के सीमावर्ती बाथ गांव निवासी कारेलाल मंडल के पुत्र करीब 20 वर्षीय दिलखुश कुमार और उसी गांव की पड़ोसन 18 वर्षीय छोटी कुमारी के रूप में बताई। दोनों ने ग्रामीणों को बताया कि वे एक ही गांव के रहने वाले हैं और पिछले करीब दो वर्षों से एक-दूसरे से प्रेम करते हैं। परिजनों के विरोध से परेशान होकर घर से भागे दिलखुश कुमार ने बताया कि गांव और समाज में प्रेम संबंध को लेकर दोनों के परिजन इस रिश्ते का लगातार विरोध कर रहे थे। परिजनों की नाराजगी और दबाव के कारण दोनों काफी परेशान थे। इसी वजह से उन्होंने घर से भागकर कहीं और जीवन शुरू करने का फैसला किया। शुक्रवार की रात दोनों ने गांव छोड़ दिया और सुरक्षित ठिकाने की तलाश में निकल पड़े। बहन के घर जाने की थी योजना, नहीं मिली जगह युवक ने ग्रामीणों को बताया कि उसकी योजना सिमानामढ़ी गांव में रहने वाली बहन और बहनोई के घर जाने की थी। लेकिन जब बहनोई दुलचन को इस बात की जानकारी मिली कि दोनों घर से भागकर आए हैं, तो उन्होंने घर आने से मना कर दिया। ऐसे में रात बिताने के लिए दोनों के पास कोई ठिकाना नहीं बचा और वे बिरनौधा गांव स्थित सरस्वती मंदिर पहुंच गए। वहीं मंदिर परिसर में रात गुजारने के बाद शनिवार सुबह ग्रामीणों की नजर उन पर पड़ गई। पूछताछ के बाद मंदिर में ही कराई गई शादी ग्रामीणों द्वारा पूछताछ किए जाने पर प्रेमी जोड़े ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे एक-दूसरे से विवाह करना चाहते हैं और साथ रहना चाहते हैं। इसके बाद ग्रामीणों ने आपसी सहमति से मामले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने का निर्णय लिया। गांव के कुछ लोग घर से सिंदूर लेकर आए और मंदिर परिसर में विधि-विधान के साथ दोनों की शादी संपन्न कराई गई। शादी के दौरान मंदिर में मौजूद लोगों ने इसे सामाजिक समाधान बताते हुए समर्थन किया। शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल मंदिर में कराई गई इस अनोखी शादी का वीडियो किसी ग्रामीण ने मोबाइल फोन से बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद बिरनौधा गांव ही नहीं, बल्कि आसपास के इलाकों और बाजारों में भी इस शादी की खूब चर्चा होती रही। लोग इसे प्रेम संबंधों को सामाजिक स्वीकार्यता देने का अनूठा उदाहरण बता रहे हैं। दिनभर बनी रही चर्चा का विषय इस घटना के बाद पूरे इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं। कुछ लोगों ने इसे ग्रामीण स्तर पर लिया गया सामाजिक फैसला बताया, तो कुछ ने इसे पारिवारिक सहमति के बिना उठाया गया कदम करार दिया। हालांकि, प्रेमी जोड़े की आपसी सहमति और ग्रामीणों की मौजूदगी में हुई शादी के कारण मामला शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त हो गया। फिलहाल प्रेमी जोड़ा शादी के बाद गांव में ही मौजूद है और आगे की जीवन-योजना को लेकर अपने परिजनों की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है। यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि समाज में प्रेम विवाह को लेकर सोच कब बदलेगी, ताकि ऐसे हालात पैदा ही न हों।
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