बिहार राज्य महिला आयोग में एक मामला पहुंचा है, जिसमें एक भाई ने अपनी बहन की रेप के बाद हत्या का आरोप लगाया है। भाई का कहना है कि बहन रक्षाबंधन में घर आई थी। 2 महीने की बेटी को मां के पास छोड़कर वह परीक्षा देने गई थी। मगर वापस उसकी लाश मिली। मामला औरंगाबाद के परसिया गांव के जम्होर थाना का है। मृतिका का परिवार मुख्यमंत्री के पास भी अपनी गुहार लेकर गया था। मगर उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। अब वह इंसाफ के लिए महिला आयोग पहुंचे हैं। घर से 20 किलोमीटर दूर परीक्षा देने गई थी कॉलेज मृतका (26) के भाई ने कहा कि उसकी बहन रक्षाबंधन में अपने मायके आई थी। उसकी शादी 2021 में हुई थी और उसके दो बच्चे भी है। पहली बेटी की उम्र 2 साल और दूसरी बेटी दो महीने की थी। इसी बीच एग्जाम की डेट आ गई, तो वह रुक गई। 12 अगस्त को उसकी एमए की परीक्षा थी। इसके लिए वह सुबह 11 बजे ही राम लखन सिंह यादव कॉलेज के लिए निकल गई। घर से उसका कॉलेज करीब 20 किलोमीटर दूर था। घर पहुंचने के लिए ऑटो पर बैठ गई थी परीक्षा शाम 5 बजे तक थी। आखिरी बात शाम 6 बजे हुई थी, उसने फोन पर कहा था कि वह दानी बिगहा बस स्टैंड से गाड़ी में बैठ गई है। फिर जब 7 बजे बात हुई तो उसने कहा कि वह कारा से घर आने के लिए ऑटो में बैठ गई है। जब काफी देर हो गया और वह घर नहीं लौटी, तो हम सभी काफी परेशान हो गए थे। फिर हमने उसे फोन किया, मगर उसका नंबर स्विच ऑफ आ रहा था। पानी में मिली थी बहन की लाश हमने काफी छानबीन की। मगर मेरी बहन नहीं मिली। इसके बाद हम पुलिस में रिपोर्ट लिखाने भी गए, मगर उन्होंने FIR नहीं किया। 13 अगस्त को हमने लिखित रूप से थाने में आवेदन दिया। 14 अगस्त को सुबह 8 बजे गांव में हल्ला हुआ कि छोटी पुलिया के पास किसी महिला की लाश पानी में मिली है। यह सुनकर जब हम लोग वहां गए, तो मैंने देखा कि मेरी बहन की ही लाश है। बॉडी पूरी तरह से पानी में फूल गई थी। रेप के बाद हत्या का शक भाई ने आगे बताया कि हमने इसकी जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद जम्होर थाना और D.S.P आए। घटना के बाद अधिकारीगण ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। हमें आशंका है कि जब वह घर आ रही थी, तो कुछ अपराधियों ने उसके साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी है। वहां कई पीने-खाने वाले लोगों का अड्डा था। वहां बगल में एक सीसीटीवी भी था, जिसे चेक करने के लिए हमने कहा लेकिन थाना प्रभारी ने नहीं सुना। अभी तक पुलिस कार्रवाई से हम लोग संतुष्ट नहीं है। पुलिस महानिदेशक, अनुसूचित जनजाति विभाग, मानवाधिकार आयोग में आवेदन दिया है। यहां तक की मुख्यमंत्री के जनता दरबार में भी उनसे मिलने गए थे, मगर मुलाकात नहीं हो सकी, तो फिर सचिवालय में आवेदन डाल दिया। इस मामले में हम बस यही चाहते हैं कि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उसे फांसी की सजा हो। एसपी को मामले की छानबीन के लिए किया फोन बिहार राज्य महिला आयोग की सदस्य रश्मि रेखा सिन्हा ने कहा कि यह हत्या का मामला है और फिलहाल थाने में है। हत्या के मामले महिला आयोग नहीं लेती है। मगर यह लोग यहां आए हैं और उन्होंने कहा है कि थाना वाले इनकी बात नहीं सुन रहे हैं। इनकी मदद के लिए हमने एसपी को फोन किया है। वे लोग को-आर्डिनेट करते हुए इस मामले में उचित कार्रवाई करेंगे।
https://ift.tt/sncV7at
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply