बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने जिले के नवानगर औद्योगिक क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर बिहार सरकार पर उदासीनता का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके सांसद बनने के दो माह के भीतर ही नवानगर को स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (SEZ) घोषित कराने का प्रस्ताव भेजा गया था। सांसद के अनुसार, 15 महीने बीत जाने के बाद भी SEZ के अनुरूप बुनियादी सुविधाओं का अभाव बना हुआ है, जो सरकार की लापरवाही को दर्शाता है। इस कारण बड़े उद्योगों की स्थापना नहीं हो पा रही है और रोजगार सृजन की उम्मीदें पूरी नहीं हो पा रही हैं। नवानगर SEZ में पावर ग्रिड का निर्माण आवश्यक सिंह ने बिजली की समस्या को सबसे गंभीर चुनौती बताया। उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए नवानगर SEZ में एक पावर ग्रिड का निर्माण आवश्यक है। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से तीन बार बिजली विभाग को इस बारे में अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। पानी की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए सांसद ने बताया कि पूरा औद्योगिक क्षेत्र ‘वाटर डार्क ज़ोन’ घोषित है। पानी की कमी से न केवल खेती प्रभावित हो रही है, बल्कि उद्योगों का संचालन भी बाधित हो रहा है। उन्होंने गंगा नदी से पंप के माध्यम से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का सुझाव दिया, लेकिन इस दिशा में भी कोई पहल नहीं हुई है। बिजली-पानी मिलने पर औद्योगिक क्षेत्र का संभव सांसद सुधाकर सिंह ने जोर देकर कहा कि यदि सरकार बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराती है, तो नवानगर औद्योगिक क्षेत्र का तेजी से विकास संभव है। इससे स्थानीय युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे और बक्सर जिले का आर्थिक परिदृश्य बदल जाएगा। यातायात समस्या का मुद्दा उठाते हुए सांसद ने कहा कि शहर में लगातार बढ़ रही ट्रैफिक जाम की स्थिति को देखते हुए बक्सर में प्रस्तावित पुल का निर्माण शहर से दूर कराया जाना चाहिए, ताकि गोलंबर क्षेत्र में जाम से निजात मिल सके। इसके साथ ही कोरानसराय से सरेंजा तक चौबे की छावनी मार्ग को चौड़ा कर विकसित किया जाए तो ट्रैफिक समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी। अंत में सांसद ने कहा कि उनकी प्राथमिकता बक्सर के समग्र विकास की है और इसके लिए वे लगातार संघर्षरत रहेंगे।
https://ift.tt/fThJs3q
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply