पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान ने पुरुलिया के एक परिवार को 37 साल बाद फिर से मिला दिया. 1988 में घर छोड़कर गायब हुए विवेक चक्रवर्ती की खोज परिवार ने वर्षों पहले छोड़ दी थी, लेकिन SIR प्रक्रिया के दौरान उनके बेटे ने दस्तावेजी मदद के लिए अनजाने में ही अपने ही चाचा और बूथ लेवल ऑफिसर प्रदीप चक्रवर्ती को फोन कर दिया.
https://ift.tt/Fw1mTV8
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply