नवादा के हिसुआ प्रखंड कार्यालय सभागार में शुक्रवार को लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन (SLWM) को लेकर महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर के अधिकारियों ने मिलकर वर्तमान स्वच्छता व्यवस्था का मूल्यांकन किया और भविष्य की कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की। बैठक में जिला से डीसी SLWM किरण कुमारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी देवानंद कुमार सिंह, बीपीआरओ, प्रखंड समन्वयक, सभी मुखिया, पंचायत सचिव और स्वच्छता पर्यवेक्षक मौजूद रहे। स्वच्छता अभियान की प्रगति का किया गया मूल्यांकन अधिकारियों ने सबसे पहले प्रखंड में चल रहे स्वच्छता कार्यों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। डेटा और स्थल निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर यह आकलन किया गया कि किन पंचायतों में कार्य संतोषजनक हैं और कहाँ अधिक निगरानी और सुधार की आवश्यकता है। BDO ने कहा कि स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए जनभागीदारी और नियमित निगरानी सबसे महत्वपूर्ण तत्व हैं। इसके लिए प्रत्येक पंचायत को अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभाने के निर्देश दिए गए। घर-घर कचरा उठाव पर कड़ाई, स्वच्छता शुल्क अनिवार्य बैठक में यह स्पष्ट निर्देश दिया गया कि स्वच्छता कर्मी प्रतिदिन घर-घर से कचरा उठाव सुनिश्चित करें। अधिकारियों ने कहा कि कचरा उठाव में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। इसके साथ ही, स्वच्छता अभियान की वित्तीय स्थिरता को ध्यान में रखते हुए प्रति परिवार प्रतिदिन एक रुपये की दर से स्वच्छता शुल्क संग्रह को नियमित करने पर बल दिया गया।यह शुल्क कचरा संग्रहण और वाहनों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट पर होगी कचरे की पृथक्करण प्रक्रिया बैठक में SLWM के तहत वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट (WPU) की कार्यप्रणाली पर भी विस्तृत चर्चा की गई। अधिकारियों ने निर्देश दिया कि सूखे और गीले कचरे का पृथक्करण अनिवार्य रूप से किया जाए। सूखे कचरे को कबाड़ी विक्रेताओं को बेचकर राजस्व प्राप्ति बढ़ाई जाए। गीले कचरे को वैज्ञानिक तरीके से नष्ट करने और खाद उत्पादन पर ध्यान दिया जाए जिला स्तर के अधिकारियों ने कहा कि WPU को पंचायतों की आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत बनाया जा सकता है। कचरा उठाव के लिए ई-रिक्शा और पैडल रिक्शा रहेंगे सक्रिय स्वच्छता कार्यों को व्यवस्थित रखने के लिए बैठक में निर्णय लिया गया कि ई-रिक्शा और पैडल रिक्शा को प्रतिदिन क्षेत्र में उतारा जाए। जिन पंचायतों में वाहनों की कमी है, वहां जल्द व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सफाई कर्मियों की उपस्थिति और गतिविधि की मॉनिटरिंग नियमित की जाए। BDO ने कहा कि कचरा उठाव की प्रक्रिया बाधित होते ही पूरे सिस्टम पर असर पड़ता है, इसलिए वाहन और कर्मचारी दोनों हर दिन सक्रिय रहने चाहिए। अधिकारियों ने दी चेतावनी- लापरवाही पर होगी कार्रवाई बैठक में अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जहां सफाई व्यवस्था कमजोर मिलेगी, वहाँ पंचायती स्तर के जिम्मेदार कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी। स्वच्छता शुल्क संग्रह में लापरवाही के मामले में भी जवाबदेही तय होगी। पंचायत सचिव व स्वच्छता पर्यवेक्षक अपने-अपने क्षेत्रों की नियमित रिपोर्ट देंगे। डीसी SLWM किरण कुमारी ने कहा कि स्वच्छता सिर्फ योजना नहीं, बल्कि जन-आंदोलन होना चाहिए। इसके लिए अधिकारियों से लेकर गांव के प्रत्येक परिवार तक, सबकी भागीदारी जरूरी है। स्वच्छता के प्रति जागरूकता पर भी दिया गया बल बैठक में यह भी चर्चा हुई कि ग्रामीण स्तर पर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक किया जाए। इसके लिए स्कूलों में स्वच्छता कार्यक्रम, पंचायत भवनों में नुक्कड़ नाटक, घर-घर संपर्क अभियान चलाने का सुझाव दिया गया। अंत में अधिकारियों और कर्मियों ने लिया संकल्प बैठक के अंत में सभी अधिकारियों, मुखियाओं, पंचायत सचिवों और स्वच्छता कर्मियों ने मिलकर यह संकल्प लिया कि, हिसुआ प्रखंड को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। इस कार्यक्रम में आशुतोष कुमार और राहुल कुमार सहित कई अन्य कर्मी भी उपस्थित रहे।
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