अम्बेडकरनगर में जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की। बैठक में असंतुष्ट फीडबैक वाले विभागों के लंबित मामलों पर विशेष ध्यान दिया गया। यह बैठक कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष से आयोजित हुई, जिसमें अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व डॉ. सदानंद गुप्ता भी उपस्थित रहे। समीक्षा के दौरान, सर्वाधिक असंतोषजनक फीडबैक वाले विभागों की गहन जांच की गई। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने बताया कि खराब निस्तारण और गुणवत्तापूर्ण रिपोर्ट प्रस्तुत न करना ही ज्यादातर मामलों में असंतोषजनक फीडबैक का मुख्य कारण रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागाध्यक्षों और आईजीआरएस के नोडल अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लंबित प्रकरणों के संबंध में शिकायतकर्ता से स्वयं बातचीत करें और गुणवत्तापरक निस्तारण सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने सभी को गुणवत्तापूर्ण रिपोर्ट लगाकर संतुष्ट फीडबैक का प्रतिशत बढ़ाने का निर्देश दिया, जिससे जिले की रैंकिंग में सुधार हो सके। उन्होंने कई विभागों द्वारा गुणवत्तापूर्ण रिपोर्ट न लगाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि शिकायतों का निस्तारण घटनास्थल पर जाकर मौका मुआयना कर, फोटो सहित रिपोर्ट लगाकर किया जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों को संतुष्ट फीडबैक में और अधिक सुधार लाने को कहा। जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप जनसामान्य की शिकायतों का निस्तारण सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने एक-एक करके विभिन्न विभागों के असंतुष्ट फीडबैक से संबंधित कई प्रकरणों की अपलोड रिपोर्ट का अवलोकन किया। साथ ही, शिकायतकर्ताओं से फोन पर बात कर असंतुष्ट फीडबैक के कारणों को भी जाना। इस अवसर पर, जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के असंतुष्ट फीडबैक से संबंधित अधिकारियों का स्पष्टीकरण मांगने और उनके वेतन रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने अधीक्षण अभियंता विद्युत को इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करने को कहा।
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