जमुई के गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र में रबी फसल के लिए अनुदानित बीज नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। पतसंडा, गुड़ियापुर, सेवा, पूर्वी गुगुलडीह और केवाल गांव के दर्जनों किसान पिछले दस दिनों से किसान भवन का चक्कर लगा रहे हैं। किसानों ने कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रति भारी असंतोष व्यक्त किया है। रबी फसल की बुवाई के लिए गेहूं,चना व सरसों के बीज की जरूरत गुरुवार को किसानों ने आरोप लगाया कि अनुदानित बीज वितरण में धांधली और अनावश्यक देरी की जा रही है। उन्होंने बताया कि रबी फसल की बुवाई के लिए सरकार की ओर से आवंटित गेहूं, चना, मसूर और सरसों के बीज की आवश्यकता है, लेकिन उन्हें अब तक बीज उपलब्ध नहीं कराया गया है। इससे किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने कहा- अधिकारी जानबूझकर तरह-तरह की समस्याएं बता रहे किसान बिनोद यादव, सावित्री देवी, उर्मिला देवी, पंकज यादव और रामजी यादव सहित कई किसानों ने बताया कि वे पिछले एक महीने से लगातार किसान भवन आ रहे हैं, लेकिन उन्हें बीज नहीं मिला है। किसानों के अनुसार, अधिकारी जानबूझकर तरह-तरह की समस्याएं पैदा कर रहे हैं। ओटीपी आने के बाद भी दस दिनों से बीज नहीं दिया कुछ किसानों ने ओटीपी न आने की शिकायत की, जबकि अन्य ने बताया कि ओटीपी आने के बाद भी दस दिनों से बीज नहीं दिया गया है। किसानों का यह भी आरोप है कि बिचौलियों के माध्यम से कुछ चुनिंदा किसानों को बीज दिया गया है, जबकि जरूरतमंदों को लौटा दिया जाता है। बीएओ बोले-बीज न मिलने के कारणों की जांच की जाएगी किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें तत्काल बीज उपलब्ध नहीं कराया गया, तो वे प्रखंड स्तर पर धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। इस मामले में प्रखंड कृषि पदाधिकारी (बीएओ) रामाधार चौधरी ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से छुट्टी पर थे। उन्होंने आश्वासन दिया कि बीज न मिलने के कारणों की जांच की जाएगी और किसानों को जल्द से जल्द बीज उपलब्ध कराया जाएगा।
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