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औरंगाबाद में 10 दिसंबर को चालक सिपाही भर्ती परीक्षा:10 सेंटर पर होंगे एग्जाम, सीसीटीवी से होगी निगरानी; डीएम ने वीडियोग्राफी के भी दिए निर्देश

औरंगाबाद में 10 दिसंबर को आयोजित होने वाली बिहार पुलिस चालक सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। इसी क्रम में सोमवार को समाहरणालय स्थित योजना भवन के सभाकक्ष में डीएम श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में परीक्षा को सफल, सुचारु और नकल मुक्त संपन्न कराने के लिए डीएम की ओर से जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। जिला पदाधिकारी ने बताया कि केंद्रीय चयन परिषद (सिपाही भर्ती) के विज्ञापन संख्या 02/2025 के तहत होने वाली इस परीक्षा का आयोजन जिले के कुल 21 परीक्षा केंद्रों पर एकल पाली में किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है, जो पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल के साथ मिलकर प्रेक्षक के रूप में दायित्व निभाएंगे। सभी स्टैटिक मजिस्ट्रेट को निर्देश दिया गया है कि वे परीक्षा प्रारंभ होने के तीन घंटे पूर्व निर्धारित केंद्र पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। अभ्यर्थियों को निर्धारित समय से एक घंटा पहले पहुंचना होगा परीक्षा केंद्र डीएम ने बताया कि परीक्षार्थियों को परीक्षा भवन में प्रवेश सुबह 11 बजे तक ही दिया जाएगा, जबकि परीक्षा का समय दोपहर 12 बजे निर्धारित है। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि निर्धारित समय के बाद किसी भी परिस्थिति में विलंब से आने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं मिलेगा। डीएम ने स्टैटिक मजिस्ट्रेट व केंद्राधीक्षकों को निर्देश दिया कि सभी अभ्यर्थियों की तलाशी पूरी सघनता से कराई जाए। महिला अभ्यर्थियों के लिए अलग से फ्रिस्किंग कक्ष अथवा घेरायुक्त स्थल की व्यवस्था करना अनिवार्य होगा। डीएम ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सभी केंद्रों पर लाइट, पेयजल, साफ-सुथरे शौचालय और आवश्यक सुविधाएं पूरी तरह उपलब्ध रहें। किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स नहीं ले जा पाएंगे अभ्यर्थी डीएम ने परीक्षा केंद्रों पर कड़ी जांच का आदेश देते हुए उन्होंने कहा कि प्रवेश पत्र एवं फोटो पहचान पत्र के अलावा किसी भी प्रकार का अन्य कागजात, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, ईयरफोन, स्मार्ट वॉच या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। कदाचारमुक्त परीक्षा संचालित करने को लेकर जिला प्रशासन ने स्टैटिक, जोनल और उड़नदस्ता दल का गठन किया है। साथ ही पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिस बल की पर्याप्त प्रतिनियुक्ति की गई है, जो परीक्षा के दौरान औचक निरीक्षण करेंगे। जिला पदाधिकारी ने चेतावनी दी कि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार के कदाचार में लिप्त पाए जाने वाले अभ्यर्थियों व अन्य व्यक्तियों पर उड़नदस्ता टीम द्वारा तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हर परीक्षा केंद्र पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हर परीक्षा केंद्र पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था अनिवार्य की गई है। गोपनीय सामग्री खोलने, पैकिंग से लेकर परीक्षा प्रारंभ व समाप्ति तक की सभी महत्वपूर्ण गतिविधियों की रिकॉर्डिंग की जाएगी। डीएम ने निर्देश दिया कि वीडियोग्राफी के दौरान अभ्यर्थियों के चेहरे स्पष्ट रूप से रिकॉर्ड हों। केंद्राधीक्षकों को निर्देशित किया गया कि यदि कोई परीक्षार्थी अनुशासनहीन आचरण करता है या अशोभनीय हरकत की कोशिश करता है, तो इसकी तत्काल सूचना नियंत्रण कक्ष को दी जाए। नियंत्रण कक्ष को लगातार सभी केंद्रों की निगरानी करने और केंद्राधीक्षकों के साथ समन्वय बनाए रखने का निर्देश दिया गया है।जिला आपदा प्रबंधन शाखा में जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष की स्थापना भी की गई है, जहां सभी परीक्षा केंद्रों के प्रवेश द्वार, कंट्रोल रूम और परीक्षा कक्षों में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड के माध्यम से गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। बैठक में अपर समाहर्ता अनुग्रह नारायण सिंह, अपर समाहर्ता (आपदा) उपेंद्र पंडित, अपर समाहर्ता (विशेष शाखा), सदर एसडीपीओ, जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित सभी केंद्राधीक्षक, पुलिस पदाधिकारी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।


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