औरंगाबाद में पुल निर्माण कार्य में घटिया मटेरियल इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाकर गुरुवार को गांव के लोगों ने जमकर हंगामा किया। मामला कुटुंबा प्रखंड के मोहन बिगहा गांव के पास बटाने नदी का है। दरअसल, बटाने नदी पर ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के तहत लगभग 16 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कराया जा रहा है। पुल बन जाने के बाद कुटुंबा और बारुण प्रखंड के दर्जनों गांव के लोगों को आवाजाही में सहूलियत होगा। कुमार और राय कंस्ट्रक्शन को पुल निर्माण का कांटेक्ट मिला है। आरोप है कि निर्माण एजेंसी की ओर से पुल निर्माण में घटिया मेटेरियल का इस्तेमाल किया जा रहा है। नदी से अवैध खनन कर मिट्टी युक्त बालू निकाला जा रहा है। निर्माण एजेंसी की ओर से बालू को बेस कैंप के पास स्टॉक किया गया है। इसी बालू का इस्तेमाल पुल का बेस बनाने में किया जाना है। ग्रामीणों का कहना है की घटिया पदार्थ का इस्तेमाल करने से पुल की मजबूती पर असर पड़ेगा। आए दिन कई जगहों पर पुल टूटने की खबरें सुनने को मिलती है। कॉन्टैक्ट की मनमानी का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है। इसमें आम लोगों को जान माल का नुकसान भी झेलना पड़ता है। इसलिए हम लोग पुल में घटिया मटेरियल का इस्तेमाल नहीं करने देंगे। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची खनन विभाग की टीम, कार्रवाई का आश्वासन ग्रामीणों के द्वारा इसकी शिकायत खनन विभाग के अधिकारियों से भी की गई। सूचना पर रिसियप पुलिस के साथ खनन विभाग के टीम कार्यस्थल पर पहुंची तथा संवेदक को फटकार लगाते हुए नदी से बालू उठाव नहीं करने का निर्देश दिया गया। इस संबंध में थाना अध्यक्ष संजीत राम ने बताया कि फिलहाल खनन विभाग की ओर से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। आवेदन मिलने पर मामले में एफआईआर दर्ज कर उचित कार्रवाई की जाएगी। आस्था के साथ भी हो रहा खिलवाड़ कार्यस्थल पर पहुंचे रिसियप पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि पुट्टू यादव ने बताया कि जिस स्थान पर पुल का निर्माण कराया जा रहा है, वहां से थोड़े ही दूर पूर्व दिशा की ओर से निर्माण एजेंसी की ओर से बालू का खनन किया जा रहा है। जबकि उक्त स्थल पर छठ पूजा के दौरान लोग अस्थाई घाट का निर्माण कर भगवान सूर्य की उपासना करते हैं। छठ पर्व के दौरान इस छठ घाट पर आसपास के दर्जनों गांव के सैकडों लोग पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं। यहां से बालू का उठाव करने से लोगों को परेशानी हो सकती है। वहीं, ग्रामीण विक्की कुमार ने बताया कि ठेकेदार की ओर से निर्माण कार्य में अनियमितता बरता जा रहा है, जिसकी शिकायत हम लोगों की ओर से खनन पदाधिकारी को की गई थी। कार्रवाई का आश्वासन मिला है। ग्रामीणों ने गुणवत्तापूर्ण पुल बनाए जाने की मांग की है। कुटुंबा और नबीनगर विधानसभा का होगा सीधा जुड़ाव पूर्ण निर्माण के बाद कुटुंबा और नबीनगर विधानसभा का सीधा जुड़ाव होगा। नदी के पार कुटुंबा विधानसभा के दर्जनों गांव के हजारों लोगों को प्रखंड मुख्यालय पहुंचने में सहूलियत होगी। वहीं अंबा से सुंदरगंज और नबीनगर चतरा मोड़ पथ का जुड़ाव होगा। वर्तमान में नदी के उसे पर रहने वाले लोगों को रिसियप तथा अंबा बाजार जाने के लिए सुंदरगंज व चतरा मोड़ होते हुए लगभग 10 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर जाना पड़ता है। पुल बन जाने के बाद आवाजाही में सहूलियत होगी। ठेकेदार बोले – अभी पुल निर्माण शुरू भी नहीं हुआ कार्यस्थल पर मौजूद संवेदक अनुज कुमार सिंह ने बताया कि पूर्ण निर्माण का कार्य अभी शुरू में नहीं हुआ है। फिलहाल डायवर्सन बनाने का काम शुरू है। नदी में काम हो रहा तो खुदाई करने पर बालू ही निकलेगा। जिसे पास में ही स्टॉक किया गया है। ग्रामीणों को लगाकर पुल निर्माण में इसी बालू का इस्तेमाल किया जाएगा। जिसे लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने अभी आरोप लगाया कि कुछ ग्रामीण जॉब मांगने आए थे। मना करने पर साजिश के तहत घटिया मटेरियल का इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
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