सिटी रिपोर्टर | जहानाबाद राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने आठवीं कक्षा की अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक में संशोधन किया है। ”ईस्टर्न” शीर्षक वाली इस पाठ्यपुस्तक में बदलाव किया गया है। एनसीईआरटी के अनुसार, पिछली अंग्रेजी पाठ्यपुस्तकों में ऐसे पात्र शामिल थे, जिन्हें भारत के छात्र नहीं जानते थे। वे अंग्रेजी को अपनी सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से जुड़ी अभिव्यक्ति के साधन के बजाय एक विदेशी भाषा मानने लगे थे। ”ईस्टर्न” पाठ्यपुस्तक में मेजर सोमनाथ शर्मा और वर्गीज कुरियन जैसी भारतीय हस्तियों पर आधारित पाठ्य सामग्री शामिल है। ताकि बच्चे संस्थागत सामग्री के माध्यम से आसानी से समझ सकें। दरअसल ”ईस्टर्न” नाम एक भारतीय राग से लिया गया है, जिसे पारंपरिक रूप से संध्या के समय गाया जाता है। यह भारतीय संस्कृति में निहित भावना को दर्शाता है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का एक प्रमुख दृष्टिकोण है और शांति और चिंतन की भावना पैदा करता है। यह पारंपरिक और आधुनिक शिक्षा के सामंजस्यपूर्ण मिश्रण का प्रतीक है। यह पाठ्यपुस्तक एक एकीकृत, बहुभाषी ढांचे को बढ़ावा देगी। एनसीईआरटी के अनुसार, पाठ्यपुस्तक “व्याकरण, शब्दावली, समझ और लेखन कौशल जैसे भाषा उद्देश्यों” पर केंद्रित है। छात्रों को सरोजिनी नायडू और कामाक्षी बालासुब्रमण्यम जैसे भारतीय लेखकों के साथ-साथ मैरी डॉव ब्राइन और रस्किन ब्रांड जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित लेखकों की रचनाओं को पढ़ने का मौका मिलेगा।नई पाठ्यपुस्तक पांच विषयगत इकाइयों में संरचित है। इनमें बुद्धि और ज्ञान, मूल्य और स्वभाव, रहस्य और जादू, पर्यावरण, और विज्ञान और जिज्ञासा शामिल हैं।
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