अररिया में नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। गोढ़ी चौक वार्ड नंबर-09 में 22 वर्षीय सुधा देवी का शव साड़ी के फंदे से लटका मिला। मृतका के परिजनों ने दहेज उत्पीड़न और हत्या का आरोप लगाया है। इसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी पति नीतेश सिंह को गुरुवार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। यह घटना 9 दिसंबर की शाम की है। मंगलवार को सुधा देवी का शव उनके घर में मिला। सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल भेजा। बता दें कि सुधा देवी का मायके सिमराहा थाना क्षेत्र के पछियारी झिरूवा में है। इसी साल 21 अगस्त 2025 को उसकी शादी गोढ़ी चौक निवासी नीतेश सिंह से हुई थी। वह तीन माह की गर्भवती थी। परिजन ने गला घोंटकर हत्या का लगाया आरोप मृतका के पिता नारायण सिंह ने नगर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही दामाद नीतेश सिंह और ससुराल के पांच अन्य लोग दहेज में 5 लाख रुपए नगद और एक मोटरसाइकिल की मांग कर रहे थे। मांग पूरी न होने पर 9 दिसंबर की शाम करीब 6:30 बजे सभी ने मिलकर उनकी बेटी का गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर शव को फांसी पर लटकाकर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की। शिकायत के आधार पर नगर थाना में कांड संख्या 494/25 दर्ज किया गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी पति नीतेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। मामले में नामजद अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मौत के सही कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा। फिलहाल, पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। घर का इकलौता कमाने वाला था आरोपी दरअसल, गिरफ्तार नीतेश सिंह परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। उसके कंधों पर बूढ़ी मां, तीन छोटी बहनें और एक छोटा भाई का बोझ था। जब नीतेश को कोर्ट ले जाया जा रहा था, तब उसकी तीनों छोटी बहनें नगर थाने पहुंचीं। मासूम बच्चियों को रोते-बिलखते देख थाने में मौजूद लोगों की आंखें भर आई। एक बहन ने रोते हुए कहा, “भैया ने कुछ नहीं किया, हमारा पूरा घर उजड़ गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि नीतेश दिन-रात मेहनत-मजदूरी करके परिवार पालता था। शादी के महज चार महीने बाद ही यह हादसा हो गया। मोहल्ले के कई लोग परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर होने की बात कही अब इकलौता कमाने वाले नितेश के चलें जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। अररिया जिले में इस साल दर्जनों नवविवाहिताओं की संदिग्ध मौत के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें अधिकांश में दहेज उत्पीड़न का आरोप लगा है। विशेषज्ञों का कहना है कि कानूनी प्रक्रिया में देरी और सामाजिक जागरूकता की कमी के कारण ऐसे मामले थम नहीं रहे।
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