सीएम के कार्यक्रम में छात्राएं भी शामिल हुईं:अक्षरा बोली- पहली बार CM को इतने करीब से सुना, घर से कॉलेज जाने में डर नहीं

सीएम योगी आदित्यानाथ शुक्रवार को गाजियाबाद में रहे। जहां उन्होंने पूर्व सांसद रमेश तोमर द्वारा लिखी गई प्रधानमंत्री की किताब का विमाेचन भी किया। इस मौके पर गाजियाबाद के अलग अलग शिक्षण संस्थानों के छात्र और छात्राओं ने भी भाग लिया।हापुड़ रोड पर कविनगर स्थित इनग्राम इंस्टीट्यूट गर्ल्स डिग्री कॉलेज की 110 छात्राओं ने सीएम के कार्यक्रम में भाग लिया। इस मौके पर स्कूल की शिक्षिकाएं भी मौजूद रहीं। आज घर से निकलने में सुरक्षित इंस्टीट्यूट गर्ल्स डिग्री कॉलेज में बीए सेकेंड वर्ष की पढ़ाई करने वाली अक्षरा शर्मा ने बताया कि सीएम को आज सुनकर अच्छा लगा। पहली बार मुख्यमंत्री को नजदीक से देखा और सुना। जिस तरह से उन्होंने कहा कि गाजियाबाद की सुरक्षा व्यवस्था बहुत अच्छी है। अब छेड़छाड़ के मामले नहीं आते। घर से निकलती हैं तो सुरक्षित लगता है। सीएम सर ने बताया कि पहले गाजियााबाद को क्राइम के नाम से जाना जाता था। गाजियाबाद के नाम से फिल्म बनी है। टेक्नालॉजी से आगे बढ़ा जा रहा बीए फाइनल वर्ष की पढ़ाई करने वाली अंजलि सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने किस तरह से पढ़ाई की बातें रखीं। युवाओं पर बोलते हुए कहा कि युवा ही इस देश का भविष्य है। स्कूल कॉलेजों के बाहर आज पुलिस अभियान चलाती है। पहले अखबारों में पढ़ने को मिलता था कि शोहदे लड़कियों को परेशान करते थे। आज यदि कोई किसी लड़की या महिला से गलत हरकत करता है तो पुलिस उसे जेल भेजती है। सीएम ने छात्रों पर बोलते हुए कहा कि आज टेक्नोलॉजी में हम बहुत आगे जा रहे हैं। मम्मी पापा ने भी सराहा बीए की फाइनल की पढ़ाई करने वाली टिवंकल ने बताया कि जब मैंने एक दिन पहले बताया था कि चीफ मिनिस्टर योगी सर आ रहे हैं। हमारे कॉलेज की 100 से 110 छात्राएं कार्यक्रम में जायेंगी तो मम्मी और पापा ने भी सरकार ओर प्रशासन के इस फैसले की सराहना की। इससे छात्र छात्राओं को मनोबल बढ़ता है। छात्राओं और शिक्षिकाओं के लिए गर्व सीएम के कार्यक्रम में इनग्राम इंस्टीट्यूट गर्ल्स डिग्री कॉलेज की टीचर डॉ बिनाका अग्रवाल ने बताया कि छात्राओं और शिक्षिकाओं के लिए यह गर्व है। हम शिक्षिकाएं भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि सीएम ने प्रधानमंत्री पर लिखी किताब के बारे में बताते हुए कहा कि एक पूर्व सांसद जिन्होंने किताब लिखी है वह शिक्षक भी रहे हैं। शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता। हमें गर्व है कि प्रशासन ने इस कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर