सियाराम के परिजनों ने सीएम योगी से मुलाकात की:सीएम ने परिवार को न्याय का भरोसा दिया, पुलिस लाठीचार्ज में हुई थी मौत
गाजीपुर के नोनहरा कांड में मृतक सीताराम उपाध्याय के परिजनों ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। एमएलसी विशाल सिंह चंचल के साथ मृतक के पिता गिरजा उपाध्याय और भाई शशिकांत उपाध्याय मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। परिजनों ने मुख्यमंत्री को घटना के बारे में बताया। मुख्यमंत्री योगी ने उनकी बात को सुना। उन्होंने परिवार को पूर्ण न्याय का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री परिजनों से बोले- मामले की एसआईटी और मजिस्ट्रेटियल जांच चल रही है। जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने परिवार की आजीविका के लिए नौकरी की व्यवस्था और अन्य सहायता का आश्वासन दिया है। पुलिस की पिटाई से भाजपा कार्यकर्ता की मौत हुई थी, अब तक 6 सस्पेंड और 5 लाइन हाजिर हो चुके गाजीपुर में 9 सितंबर पुलिस ने थाने की लाइट बंद करवाकर बीजेपी कार्यकर्ताओं को जमकर पीटा था। कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर थाने गए थे। सुनवाई न होने पर वहीं पर धरने पर बैठ गए। इसी दौरान अचानक लाइट चली गई। पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दी। उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर जमकर पीटा। पिटाई में घायल बीजेपी कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय की (11 सितंबर) गुरुवार को मौत हो गई। वह दिव्यांग थे। लाठीचार्ज के दौरान वह भाग नहीं पाए और गिर पड़े। परिजनों का आरोप है पुलिस ने उन्हें बेरहमी से पीटा था। पूरा शरीर काला पड़ गया था। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की थी। भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय ने घटना के बाद सियाराम को अपना कार्यकर्ता मानने से इनकार कर दिया था। इसके बाद उनका जमकर विरोध हुआ। वह सियाराम के घर पहुंचे। स्वीकार किया कि सियाराम भाजपा कार्यकर्ता थे, तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ। मामला तूल पकड़ने पर थाना प्रभारी निरीक्षक वेंकटेश तिवारी, दरोगा अवधेश कुमार राय, हेड कॉन्स्टेबल नागेंद्र सिंह यादव, सिपाही धीरज सिंह, अभिषेक पांडेय, राकेश कुमार को निलंबित कर दिया गया था। जबकि दरोगा कमलेश गुप्ता, जुल्फिकार अली, सिपाही मुलायम सिंह, राघवेंद्र मिश्र और राजेश कुमार को लाइन हाजिर किया गया था।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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