सपा नेता की फिल्मी एंट्री में निपटे CO ठाकुरद्वारा:थाने में हाथ हिलाते हुए दाखिल हुआ था गोकशी का आरोपी, 24 घंटे में जमानत पर छूटा

मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा थाने में 2 दिन पहले गोकशी का आरोपी सपा नेता जरीफ अहमद हाथ हिलाते हुए फिल्मी स्टाइल में दाखिल हुआ। उसकी इस फिल्मी एंट्री ने ठाकुरद्वारा सर्किल के सीओ को निपटा दिया। ठाकुरद्वारा पुलिस 2 महीने से जरीफ अहमद की तलाश में थी, लेकिन उसे अरेस्ट करने के बजाए सरेंडर करने की छूट दी गई। इससे खफा SSP सतपाल अंतिल ने ठाकुरद्वारा सर्किल के सीओ गौरव त्रिपाठी से सर्किल का चार्ज छीनकर उन्हें पुलिस ऑफिस से अटैच कर दिया है। दूसरी ओर ठाकुरद्वारा पुलिस की कमजोर पैरवी की वजह से सरेंडर करने वाला सपा का पूर्व जिला पंचायत सदस्य जरीफ अहमद महज 24 घंटे के भीतर जमानत पर छूट गया है।
यूपी में जंगल में गाय काटने वालों को आपने अक्सर घुटनों में गोली लगने के बाद कराहते हुए अस्पताल की स्ट्रेचर पर घिसटते देखा जा रहा है। मुरादाबाद में भी पुलिस पिछले एक महीने में 10 से अधिक गोतस्करों को पैर में गोली मारकर अरेस्ट कर चुकी है। लेकिन ठाकुरद्वारा थाने में जिस तरह फिल्टी अंदाज में सपा नेता जरीफ अहमद ने सरेंडर किया, उसने ठाकुरद्वारा पुलिस की नीयत पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गाय काटने का आरोपी सपा नेता जरीफ अहमद दो दिन पहले एकदम सफेद भूराभक पोशाक में हाथ हिलाते हुए ठाकुरद्वारा थाने में दाखिल हुआ था। फिल्मों की तरह हाथ हिलाते हुए अपने साथ आए लोगों का अभिवादन करता रहा। उसे न हथकड़ी लगी न ही उसे कोई असुविधा हुई। ठाकुरद्वारा कोतवाल और सीओ पर इसे लेकर सवाल उठ रहे थे।
इस मामले में एसएसपी सतपाल अंतिल ने सीओ ठाकुरद्वारा गौरव त्रिपाठी को सर्किल से हटाकर पुलिस ऑफिस से अटैच कर दिया है। जबकि सीओ कटघर आशीष प्रताप सिंह को ठाकुरद्वारा का नया सीओ बनाया गया है। SSP ने लगाई थी ठाकुरद्वारा पुलिस की फटकार पुलिस महकमे के सूत्रों का कहना है कि इस पूरे मामले में एसएसपी सतपाल अंतिल ने ठाकुरद्वारा पुलिस को कड़ी फटकार लगाई थी। कप्तान ने सख्त संदेश दिया है कि गोकशी और महिला अपराधों के मामले में जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी है और ऐसे अपराधियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। कप्तान ने गोकशी के आरोपी की थाने में फिल्मी एंट्री पर ठाकुरद्वारा के सीओ और कोतवाल दोनों को जमकर लताड़ा था। तभी से तय माना जा रहा था कि इन अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। पत्थरखेड़ा गोकशी मामले में वांटेड था जरीफ अहमद समाजवादी पार्टी का पूर्व जिला पंचायत सदस्य जरीफ अहमद ठाकुरद्वारा के शिवनगर पत्थरखेड़ा में हुई गोकशी के मामले में वांटेड था। शिवनगर पथरखेड़ा में 25 जुलाई को तड़के ग्रामीणों ने गोकशी का मामला पकड़ा था। मौके से किशनपुर गांवड़ी निवासी पिता पुत्री और बेटे सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। जबकि अन्य पांच लोग वहां से पिकअप से कूद कर भाग गए थे। इसमें पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं एचएससी इंटर कॉलेज के प्रबंधक जरीफ अहमद का भी नाम सामने आया था। पकड़े गए आरोपियों के बयान और दूसरे साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस ने जरीफ अहमद को भी इस केस में नामजद किया था। इस मामले में तीन आरोपियों की मौके से गिरफ्तारी के अलावा पांच ने कोर्ट में समर्पण कर दिया था। वांछित जरीफ अहमद की गिरफ्तारी को लेकर हिंदू संगठन और साधु संत करीब 15 दिन से अड़े हुए थे। ठाकुरद्वारा पुलिस पर लग रहे जरीफ से हमदर्दी रखने के आरोप साधु-संतों ने ठाकुरद्वारा पुलिस पर जरीफ अहमद की गिरफ्तारी में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन और पैदल मार्च की चेतावनी दी थी। इस बीच गुरुवार को पुलिस ने जरीफ अहमद को किशनपुर गांवड़ी के चौराहे से गिरफ्तार कर लेने का दावा किया। लेकिन कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर दावा किया है कि जरीफ अहमद ने स्वयं कोतवाली में एक गांव के प्रधान के साथ पहुंचकर सरेंडर किया है। इस वीडियो में जरीफ अहमद बाकायदा हाथ हिलाते हुए फिल्मी स्टाइल में थाने में एंट्री करता नजर आ रहा है। बहरहाल मेडिकल के बाद उसे कोर्ट में पेश करके जेल जेल भेज दिया गया। मामले में पुलिस ने किशनपुर गांवड़ी निवासी सफिया को भी गिरफ्तार कर लिया है।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर