सपा ने विधान परिषद चुनाव के लिए दो प्रत्याशी घोषित:वाराणसी-मिर्जापुर खंड से लाल बिहारी यादव और आशुतोष सिन्हा उम्मीदवार

समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को शिक्षक और स्नातक MLC चुनाव के लिए 5 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। इनमें शिक्षक MLC के लिए वाराणसी-मिर्जापुर खंड हैं। लाल बिहारी यादव को वाराणसी-मिर्जापुर खंड से टिकट मिला है। वाराणसी-मिर्जापुर खंड में आशुतोष सिन्हा का नाम फाइनल हुआ है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इन नामों को अंतिम रूप दिया। इस घोषणा के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। लाल बिहारी यादव: लोकसभा चुनाव बाद अखिलेश ने बनाया था नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव को अखिलेश ने लोकसभा चुनाव बाद विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनाया था। लाल बिहारी शिक्षकों से जुड़े मुद्दे पर लंबे समय से संघर्ष करते रहे हैं। लाल बिहारी ने 2020 में सपा से वाराणसी खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी और विधान परिषद सदस्य बने थे। वित्त विहीन शिक्षकों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए लालबिहारी ने 2004 में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (वित्त विहीन गुट) का गठन किया था। लाल बिहारी यादव का जन्म 1 जुलाई, 1960 को यूपी के आजमगढ़ जिले के विशुनपुर गांव में हुआ था। परिवार की स्थिति लाल बिहारी यादव के जन्म के दौरान बहुत अच्छी नहीं थी। इसके चलते उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। लाल बिहारी यादव ने एमए, बीएड और एलएलबी की पढ़ाई की है। वो मौजूदा वक्त में राधा कृष्ण इन्टर कॉलेज खरिहानी आजमगढ़ में प्रिंसिपल भी हैं। आशुतोष सिन्हा: छात्रसंघ चुनाव से सियासत में आए सपा ने आशुतोष सिन्हा को वाराणसी से फिर स्नातक MLC पद का प्रत्याशी बनाया है। वे लॉ में ग्रेजुएट हैं। इससे पहले 2006 में समाजवादी छात्रसभा के पैनल से हरिश्चन्द्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय वाराणसी के छात्रसंघ चुनाव में उपाध्यक्ष बने। फिर समाजवादी छात्रसभा के राष्ट्रीय सचिव रह चुके हैं। छात्रसभा में पदाधिकारी रहते हुए इन्होंने कई बड़े जन आंदोलन भी किए। लोकसभा चुनाव-2014 के पहले दिल्ली से लखनऊ तक चल रही समाजवादी साइकिल यात्रा में हिस्सा लिया। 7 सितम्बर 2019 में सपा ने विधान परिषद का टिकट दिया था। 5 दिसंबर 2020 में सदस्य विधान परिषद के चुनाव में जीत हासिल की।

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