संभल से ASP अनुज चौधरी की शानदार विदाई:सर से नारियल तोड़कर लगाए भोलेनाथ की जयकारे, ढोल बजे और फूल बरसे
शुक्रवार को अनुज चौधरी की जनपद संभल से फिरोजाबाद ग्रामीण अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर विदाई हो गई। कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ के नाथ संप्रदाय के महंत बालयोगी दीनानाथ, भाजपा जिला अध्यक्ष चौधरी महेंद्र सिंह रिंकू सहित सैकड़ो लोग पहुंचे। अनमोल खटीक विदाई के लिए घोड़ा बग्गी लेकर पहुंचे, लेकिन अनुज चौधरी उसे पर सवार नहीं हुई, बल्कि सरकारी गाड़ी से ही उसे वर्षा और ढोल की धुन के बीच रवाना हो गए। थाना कैलादेवी क्षेत्र के गांव भमौरी पट्टी निवासी रुप किशोर यादव अनुज चौधरी की विदाई समारोह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चंदौसी स्थित उनके आवास पर पहुंचे, उन्होंने भोलेनाथ के जयकारे लगाते हुए सर से नारियल को तोड़ दिया और उसके जाल से छिड़काव करते हुए विदाई आगे बढ़ाई। वहीं पुलिस लाइन में बहजोई एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई सहित पूरे पुलिस महकमें ने उनको भगवान हनुमानजी की प्रतिमा भेंट कर उज्जवल भविष्य की कामना की। बीजेपी जिलाध्यक्ष चौधरी हरेंद्र सिंह रिंकू ने कहा कि एक अच्छे अधिकारी की यहाँ से जब विदाई हुई है तो लोग अपने-अपने काम छोड़कर विदाई देने आए हैं। वह सीओ के रूप में फेमस हुए हैं, सम्भल में इन्होंने बकरी और शेर को एक ही घाट पर पानी पिलाया है। सामने कितनी भी बड़ी चट्टान आई हो लेकिन सीओ अनुज चौधरी ने कानून का पालन करते हुए सम्भल में शांति व्यवस्था को कायम रखा है। भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष विशाल चौहान एड. ने कहा कि तमाम पुलिस अधिकारी यहाँ आते हैं और एक प्रक्रिया के तहत ट्रांसफर भी होते हैं। लेकिन कुछ अधिकारी अपनी कार्यशैली की बदौलत जनता के बीच में और अन्य लोगों के ह्रदय में जगह बनाते हैं। अनुज चौधरी ऐसा ही नाम है जिन्होंने अपनी कार्यशैली से जनता के बीच ह्रदय में अपनी जगह बनाई। न्याय संगत काम किया और सम्भल दंगा जो कि पूरे देश और दुनिया ने देखा, एक बहुत बड़े स्तर पर दंगा होने वाला था जिसे बड़ी सूझबुझ, बहादुरी और साहस के साथ उन्होंने प्रशासनिक तरीका जो होता है उस तरीक़े में रहकर उसको अच्छे तरीके से संभाला और उसे नियंत्रित किया, इसके लिए उन्हें याद किया जाता रहेगा। संभल लोकसभा से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी परमेश्वर लाल सैनी ने कहा कि इनका कार्यकाल जनता और सर्व समाज के प्रति बहुत बढ़िया रहा, इन्होंने कानून के पालन का पाठ पढ़ाया और जिन्होंने कानून का उलंघन किया उन्हें सजा दिलाने का काम किया। हम चाहते हैं इनका भविष्य उज्ज्वल हो, निर्भीक अधिकारी थे। सौरभ गुप्ता ने कहा कि उनका बहुत शानदार कार्यकाल रहा और 24 नवंबर की जो घटना हुई, अगर सीओ और कप्तान साहब नहीं होते तो मुझे लगता है कि बहुत बड़ी घटना सम्भल नगर में हो सकती थी। सीओ साहब ने बहुत बहादुरी और संयम के साथ भीड़ को नियंत्रित किया, सम्भल में बहुत बड़ा दंगा होने से बचाया। विशेष समुदाय के लोग पता नहीं क्यों खुशियां मना रहे हैं इनके जाने की हमे तो बहुत ज्यादा अफसोस है। हम चाहते थे सीओ साहब यहाँ एडिशनल एसपी बनकर यहां रहें और प्रशासनिक सेवाएं सम्भल को दें। गांव रसूलपुर धतरा में एक घटना हुई थी, एक तेंदुआ आ गया था। जब उनकी बहादुरी देखी वह अकेले उस तेंदुए से भीड़ गए तो सही मायनों में एक शेर है बहादुरी है जो एक तेंदुए से वहाँ पर भीड़ गए और तेंदुए को कंट्रोल कर लिया। बहुत ही बहादुर ईमानदार व्यक्तित्व के धनी हैं सीओ, सम्भल के लोगों को इनकी कमी हमेशा खलेगी। देखिए तस्वीरें…
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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