लखनऊ में पड़ोसियों से परेशान दुकानदार ने खाया जहर:सुसाइड नोट में 15 लोगों के नाम लिखे, बीट इंचार्ज पर भी गंभीर आरोप लगाए

लखनऊ के मानक नगर मेहंदी खेड़ा इलाके में रहने वाले परचून दुकानदार वीरू यादव (44) ने जहरीला पदार्थ खा लिया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक वीरू पड़ोसियों की प्रताड़ना से परेशान थे। वीरू ने छह पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने न सिर्फ पड़ोसियों पर गंभीर आरोप लगाए है, बल्कि मानक नगर थाने के बीट इंचार्ज पर भी मिलीभगत कर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। एसीपी कृष्णानगर विकास पांडेय ने बताया कि परिजनों की ओर से तहरीर मिली है, जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। गली के झगड़े ने ले ली जान वीरू की पत्नी नीलम के अनुसार, कुछ महीने पहले पड़ोसी सुरजीत सिंह यादव ने मकान निर्माण के दौरान मोहल्ले वालों से सहमति लेकर घर का स्ट्रक्चर बदला। इसके बाद गली के एक अन्य निवासी नरेंद्र के दरवाजे के सामने से रास्ता निकाल दिया गया, जिसका नरेंद्र और उसकी पत्नी ने विरोध किया। विवाद बढ़ा तो नरेंद्र की ओर से रैंप तोड़ने का वीडियो वायरल हुआ और पुलिस ने नरेंद्र के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इसके बाद मोहल्ले में तनाव और गहरा गया। रैम्प बनवाने का दबाव, झूठे केस में फंसाने की धमकी सुसाइड नोट में वीरू ने लिखा कि सुरजीत यादव ने उस पर रैम्प बनवाने का दबाव डाला। मना करने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। कुछ समय बाद वीरू सहित मोहल्ले के 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई। वीरू का आरोप था कि बीट इंचार्ज सुरजीत से मिला हुआ था और पुलिस की मिलीभगत से लगातार मानसिक प्रताड़ना दी जा रही थी। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों ने शव रखकर किया प्रदर्शन वीरू का शव जब पोस्टमॉर्टम के बाद घर लाया गया, तो परिजनों और स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। सभी लोग आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर वीरू का शव रखकर प्रदर्शन करने लगे। काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने लोगों को शांत कराया और भरोसा दिया कि जांच में आरोप सही पाए गए तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर