लखनऊ में आरएसएस का शताब्दी वर्ष:सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले मुख्य अतिथि, थारू समाज से आने वाली लोक उद्यमी आरती राणा विशिष्ट अतिथि रहीं
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में राजधानी लखनऊ में बुधवार को एक भव्य विचार यात्रा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संघ के मुख्य वैचारिक मंच राष्ट्रधर्म के शताब्दी अंक का विमोचन हुआ। राजधानी के भागीदारी भवन में आयोजित इस समारोह में संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले मुख्य अतिथि रहे, जबकि लखीमपुर खीरी की थारू समाज से आने वाली लोक उद्यमी आरती राणा विशिष्ट अतिथि रहीं। भागीदारी भवन में सजेगी विचार यात्रा राजधानी के भागीदारी भवन में सुबह से ही कार्यक्रम का उत्साह देखने को मिला। संघ के स्वयंसेवकों और विचारकों ने मिलकर शताब्दी वर्ष की दिशा और दशा पर चर्चा की। मंच पर विचार यात्रा को संघ के वैचारिक विकास और राष्ट्रीय पुनर्निर्माण से जोड़ा गया। राष्ट्रधर्म का शताब्दी अंक विमोचित कार्यक्रम की सबसे खास झलक रही राष्ट्रधर्म पत्रिका के शताब्दी अंक का विमोचन। इस पत्रिका की ऐतिहासिक भूमिका और देश के वैचारिक आंदोलनों में इसके योगदान को विस्तार से बताया गया। वक्ताओं ने इसे भारतीय चिंतन का एक मजबूत स्तंभ करार दिया। दत्तात्रेय होसबोले ने रखे विचार मुख्य अतिथि दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि संघ के 100 वर्ष केवल संगठन के नहीं, बल्कि समाज के विभिन्न आयामों में बदलाव की यात्रा के प्रतीक हैं। उन्होंने बताया कि विचार यात्रा का उद्देश्य राष्ट्र जीवन में सकारात्मक चेतना जगाना और आने वाली पीढ़ियों को संगठन के कार्यों से जोड़ना है। थारू लोक उद्यमी आरती राणा को मिला सम्मान विशिष्ट अतिथि के तौर पर आईं लखीमपुर खीरी की थारू समाज की उद्यमी आरती राणा ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे संघ की प्रेरणा से स्थानीय समाज में स्वरोजगार और सांस्कृतिक चेतना को मजबूती मिली। कार्यक्रम में उन्हें सम्मानित भी किया गया। शताब्दी वर्ष में व्यापक कार्यक्रमों की झलक समारोह में यह भी घोषणा हुई कि शताब्दी वर्ष के दौरान देशभर में कई वैचारिक, सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनका मकसद समाज को राष्ट्रनिर्माण की दिशा में प्रेरित करना और संघ की कार्यशैली को जन-जन तक पहुंचाना रहेगा।
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