मिर्जापुर के बूढ़ेनाथ मंदिर में महानिशा पूजन:शारदीय नवरात्र की अष्टमी पर भक्तों ने आदिशक्ति को नमन कर मांगा आशीर्वाद

मिर्जापुर के प्राचीन बूढ़ेनाथ मंदिर में शारदीय नवरात्र की अष्टमी तिथि पर महानिशा पूजन संपन्न हुआ। यह पूजा-अर्चना मंगलवार भोर तक जारी रही। इस दौरान मंदिर परिसर वैदिक मंत्रों और ‘स्वाहा’ की गूंज से भक्तिमय हो उठा। जूना अखाड़ा मंदिर के महंत डॉ. योगानंद गिरी ने आदिशक्ति माँ दुर्गा की विधिवत पूजा-अर्चना, हवन और आरती की। पूजन के उपरांत भक्तों को महाप्रसाद वितरित किया गया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि की महाअष्टमी पर किया गया महानिशा पूजन अत्यंत फलदायी होता है। माना जाता है कि इस दिन रात्रि भर देवी की साधना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। माता दुर्गा के अपराजिता स्वरूप की आराधना से बल, बुद्धि, आरोग्य और समृद्धि प्राप्त होती है। पूजन की तीन तस्वीरें देखिए माँ की कृपा प्राप्त करने के लिए भक्तों ने रात्रि जागरण किया और आदिशक्ति को नमन किया। भोर में घंटे की ध्वनि और आरती से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। भक्तों ने देवी की मनोहारी छवि के दर्शन कर पुष्पांजलि अर्पित की। महानिशा पूजन से सांसारिक सुख-संपत्ति की प्राप्ति होती है और जीवन की बाधाएँ दूर होती हैं। अष्टमी की रात मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। महिलाएँ और पुरुष पारंपरिक परिधानों में माता के दरबार में पहुंचे। पूरी रात भजन-कीर्तन और देवी गीतों से मंदिर परिसर में भक्तिमय माहौल बना रहा।

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