मिर्गी पीड़ित बच्चों के माता पिता का भी जीवन प्रभावित:मेरठ मेडिकल की बाल रोग विशेषज्ञ ने टीम के साथ की रिसर्च करने के बाद निकाला निष्कर्ष

मेरठ के एलएलआरएम मेडिकल अस्पताल की बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ अनुपमा वर्मा ने हाल ही में की एक रिसर्च में मिर्गी से पीड़ित छोटे बच्चों और उनके माता पिता के जीवन से जुड़ी कुछ अहम बातें अपने रिसर्च के आधार पर साझा की। डॉ अनुपमा वर्मा ने बताया कि कुल 46 ऐसे बच्चों और उनके माता पिताओं के जीवन और दिनचर्या को आधार रखते हुए हमने उस पर रिसर्च की जिसमें हमने कुछ अहम निष्कर्ष निकाला। माता पिता होते है प्रभावित हमने यह शोध की कि ना सिर्फ वह बच्चा जो बीमारी से पीड़ित है बल्कि उसके परिजनों की भी स्थिति इस से प्रभावित होती है। तनाव में रहना ऐसे बच्चों के परिजनों में ज्यादातर रहता है । कुछ मामलों में माता या पिता डिप्रेशन का भी शिकार हो जाते हैं। दूसरा बच्चा भी होता है प्रभावित डॉ ने बताया कि ऐसे माता पिता का दूसरा बच्चा भी इस कारण प्रभावित होता है। जब वह परिजनों को और अपने छोटे भाई या बहन को ऐसे देखता है तो उसकी मानसिक स्थिति भी इस कारण प्रभावित होती है, ऐसे में परिजनों को उसका विशेष ख्याल रखना चाहिए । भले ही वह स्वस्थ हो लेकिन मानसिक रूप से उस कारण वह प्रभावित होता है। बच्चे के साथ मा बाप का भी ख्याल जरूरी ऐसी बीमारी किसी को भी हो सकती है, ऐसे में मां बाप को जरूरत होती है कि वह अपने बच्चे की ताकत बने उसको बेहतर इलाज दे और उसको उस परिस्थिति से बहार निकाले। इसके साथ साथ अपना भी ख्याल उन्हें रखना चाहिए । समय समय पर अपनी जांच कराते हुए अन्य सावधानियां भी बरतनी चाहिए

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