मथुरा सफाई कर्मचारियों ने हंगामा किया:बोले- तीन महीने से सैलरी नहीं मिली, संस्था ने कहा- सुपरवाइजर के ट्रांसफर से कर्मचारी नाराज

मथुरा में सफाई कर्मचारियों ने संस्था के सचिव के सामने मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए जमकर हंगामा किया। सफाई कर्मियों का आरोप है कि संस्था ने 3 महीने से सैलरी नहीं दी। वहीं, संस्था का कहना है कि सुपरवाइजर का ट्रांसफर कर दिया गया था, जिसकी वजह से सफाई कर्मी आक्रोशित हुए। गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में सफाई का जिम्मा उज्जवल ब्रज नाम की संस्था ने ले रखा है। यह संस्था पर्यटक सुविधा केंद्र वृंदावन का भी संचालन करती है। इस संस्था के अंतर्गत राधाकुंड क्षेत्र में 18 सफाई कर्मी काम करते हैं। जिनके सुपरविजन के लिए सुपरवाइजर रखा हुआ है। सफाई कर्मियों ने की हड़ताल गोवर्धन परिक्रमा मार्ग की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए नियुक्त उज्ज्वल ब्रज संस्था के सफाई कर्मियों ने तीन माह का वेतन न मिलने से क्षुब्ध होकर काम बंद हड़ताल कर दी है। अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी कर रहे सफाईकर्मियों के साथ संस्था संचालक ने दुर्व्यवहार किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत जिला प्रशासन द्वारा उज्ज्वल ब्रज संस्था को 2015 में गोवर्धन परिक्रमा मार्ग की सफाई व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया था। संस्था सचिव पर दुर्व्यवहार करने का आरोप शुक्रवार को गोवर्धन क्षेत्र में कार्यरत सफाईकर्मियों ने संस्था प्रबंधन पर तीन माह का बकाया वेतन न देने और अन्य कई अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए काम बंद हड़ताल कर दी। कर्मचारियों का आरोप है कि संस्था द्वारा निर्धारित समय से अधिक कार्य कराने के साथ साथ गलत तरीके से कार्यक्षेत्र में बदलाव भी कर दिया जाता है। गोवर्धन के इक्कीस किलोमीटर के परिक्रमा मार्ग में महज 38 कर्मचारियों से दिन रात काम कराया जा रहा है। उनका कहना है कि जब वह अपनी शिकायत लेकर राधाकुंड स्थित जनसुविधा केंद्र के कार्यालय पर पहुंचे तो सचिव अनन्त शर्मा ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए दुर्व्यवहार किया। जिसका वीडियो भी सामने आया है। संस्था ने कहा सैलरी दी जाती है खाते में सफाई कर्मी और संस्था के सचिव के बीच हुए टकराव का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर संस्था के प्रबंधक कुलदीप दीक्षित ने बताया यह सैलरी से जुड़ा मामला नहीं है। सैलरी तो खाते में दी जाती है, जिसका रिकॉर्ड है। दरअसल, सुपर वाइजर अखिलेश का मानसी गंगा क्षेत्र के सुपरवाइजर मनोज पाठक से विवाद हुआ था। अखिलेश उसे हटाना चाहता था। जबकि अखिलेश का ट्रांसफर छोटी परिक्रमा से बड़ी परिक्रमा में कर दिया था। इसी को लेकर उसने सफाई कर्मियों के साथ मिलकर हंगामा किया।

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