भतीजी की हत्या के सदमे में बड़े पिता की मौत:एक दिन पूर्व पिता ने लाइसेंसी पिस्टल से बेटी और बेटी के बॉयफ्रेंड को मारी थी गोली
आजमगढ़ के देवगांव कोतवाली क्षेत्र में 26 सितंबर को न्यू वेलकम रेस्टोरेंट पर बैठी अक्षरा सिंह 15 और बॉयफ्रेंड आदित्य सिंह 21 की अक्षरा सिंह के पिता नीरज सिंह ने गोली मार दी थी। इस घटना में अक्षरा सिंह की वाराणसी में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस मामले की सूचना जब अक्षरा सिंह के बड़े पिता विजय बहादुर सिंह को हुई। तो उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। ऐसे में एक ही परिवार में दो दो मौतों से मातम पसर गया है। विजय बहादुर सिंह बीमार चल रहे थे। पर भतीजी की मौत के सदमे को वह सह नहीं पाए और हार्ट अटैक से मौत हो गई। वहीं घटना के बाद से आरोपी नीरज सिंह फरार बताया जा रहा है। जिसकी तलाश में पुलिस की टीम लगातार छापेमारी कर रही है। इस घटना की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मामले की जानकारी मिलने के बाद आजमगढ़ के एसपी डॉक्टर अनिल कुमार और डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। इसके साथ ही घटना में शामिल आरोपी को गिरफ्तार करने का भी निर्देश दिया गया था। गुस्से में आए पिता ने मारी थी बेटी और बेटी के प्रेमी को गोलीआजमगढ़ के देवगांव कोतवाली क्षेत्र के पकड़ी खुर्द के रहने वाले नीरज सिंह की बेटी अक्षरा सिंह का प्रेम प्रसंग मसीरपुर गांव के रहने वाले जीत बहादुर सिंह के बेटे आदित्य सिंह से चल रहा था। ऐसे में यह दोनों प्रेमी जोड़े एक दूसरे से मिलने लालगंज पुलिस चौकी के निकट न्यू वेलकम फैमिली रेस्टोरेंट पहुंचे थे। बेटी के रेस्टोरेंट पहुंचने की सूचना किसी माध्यम से पिता को मिली। इसके बाद मौके पर पहुंचे पिता ने लड़के को थप्पड़ मारे। इस बीच लड़के आदित्य सिंह और नीरज सिंह के बीच विवाद होने लगा इसी दौरान गुस्से में आए नीरज सिंह ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से पहले गोली लड़के को मार दी। लड़के को गोली मारने के बाद बेटी को पिस्तौल की बट से मारा। जिसका विरोध लड़की की मां शशिकला सिंह करने लगी। गुस्से में आए पिता नीरज सिंह ने अपनी बेटी के सर पर गोली मार दी। गोली लगते ही सर से खून का फवारा फूट पड़ा। चारों तरफ खून ही खून दिखने लगा इसके बाद आसपास के लोगों की मदद से दोनों घायलों को इलाज के लिए पास के अस्पताल भेजा गया जहां हालत गंभीर देखते हुए दोनों को वाराणसी के हायर सेंटर सिंह हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया। जहां डॉक्टरों ने अक्षरा सिंह को मृत घोषित कर दिया जबकि घायल युवक का इलाज चल रहा है। घायल युग का आज ऑपरेशन भी होना है। घटना को अंजाम देने के बाद नीरज सिंह मौके से फरार हो गया। बेटी के अफेयर को लेकर घर में अक्सर होता था झगड़ा नीरज सिंह देवगांव का रहने वाला है। वह जन सुविधा केंद्र चलाता है। उसकी बेटी आकांक्षा सिंह (15) नूरजहां चिल्ड्रन स्कूल में 10वीं की छात्रा थी। वहीं, लालगंज में जीत बहादुर सिंह रहते हैं। उनकी परचून की दुकान है। उनके बेटे आदित्य सिंह से आकांक्षा का एक साल से अफेयर चल रहा था। आदित्य ग्रेजुएशन कर रहा है। दोनों के घर के बीच की दूरी करीब 5 किमी है। आकांक्षा के घरवालों को उसके अफेयर के बारे में पता चल गया था। इसके बाद से नीरज बेटी से खफा था। वह बेटी के इस रिश्ते के खिलाफ था। बेटी को आदित्य सिंह से दूर रहने के लिए बोल रहा था। उसने कई बार आकांक्षा को समझाया, लेकिन उसने आदित्य से बात करना नहीं छोड़ा। इस बात को लेकर घर में अक्सर झगड़ा होता था। शुक्रवार दोपहर करीब 1:30 बजे आकांक्षा लालगंज पुलिस चौकी के पास न्यू वेलकम फैमिली रेस्टोरेंट पहुंची। वहां उसका बॉयफ्रेंड आदित्य सिंह पहले से था। इस मामले की सूचना जैसे ही अक्षरा सिंह के पिता नीरज सिंह को मिली। वह आग बबूला हो गए। इस मामले में आदित्य सिंह की मां रंजना सिंह पत्नी जीत बहादुर सिंह ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर नीरज सिंह के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है। वही स्थानीय लोगों ने बताया कि लालगंज पुलिस चौकी की मिली भगत से इलाके में कई अवैध रेस्टोरेंट धड़ले से चल रहे हैं जहां पर आए दिन स्कूली छात्र-छात्राएं आती हैं। कई बार शिकायत के बाद भी लालगंज पुलिस चौकी की पुलिस इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इससे पहले भी लालगंज पुलिस चौकी पर अवैध हुक्का बार को संरक्षण देने का आरोप लग चुका है।
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