पूर्व ब्लॉक प्रमुख के घर जबरन घुसने की कोशिश:सुलतानपुर में 2 गिरफ्तार, मेनका गांधी को सपोर्ट करने पर पूर्व विधायक व भाई पर रंजिश का आरोप

सुल्तानपुर के दोस्तपुर से पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रतेश सिंह बंटी के शहर स्थित आवास के पास कुछ लोग असलहा लेकर जबरन घर में घुसने का प्रयास कर रहे थे। बंटी सिंह के सहयोगियों ने संदिग्धों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। प्रतेश सिंह बंटी ने पूर्व विधायक चंद्र भद्र सिंह सोनू और पूर्व ब्लॉक प्रमुख यश भद्र सिंह मोनू पर राजनीतिक रंजिश के तहत इस घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है। हालांकि, उन्होंने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, जिससे उनकी कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। यह घटना कोतवाली नगर के मऊहरिया में हुई, जहां दोस्तपुर के पूर्व ब्लॉक प्रमुख और बीजेपी नेता प्रतेश सिंह बंटी का आवास है। आरोप है कि गुरुवार रात करीब 10 बजे एक बाइक सवार ने पहले घर की रेकी की। इसके बाद बाइक पर सवार चार लोग असलहे के साथ पहुंचे और जबरन घर में घुसने का प्रयास करने लगे। बंटी सिंह और वहां मौजूद अन्य लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। मेनका गांधी का प्रचार करने को लेकर रंजिश का आरोप पूर्व प्रमुख बंटी सिंह ने बताया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में इसौली के पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह उर्फ सोनू बसपा से प्रत्याशी थे, जबकि भाजपा से मेनका गांधी चुनाव लड़ रही थीं। प्रतेश सिंह बंटी ने भाजपा के लिए मेनका गांधी का प्रचार किया, जिसके बाद मेनका गांधी चुनाव जीत गईं। बंटी सिंह के अनुसार, इसी के बाद से चंद्रभद्र सिंह सोनू और उनके भाई यशभद्र सिंह मोनू उनसे रंजिश रखने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सोनू-मोनू ने उन पर सुल्तानपुर से लखनऊ तक कई फर्जी मुकदमे दर्ज करवाए, लेकिन पुलिस को उनमें उनकी संलिप्तता नहीं मिली। बंटी सिंह ने आशंका जताई है कि इस घटना के पीछे भी उनका हाथ हो सकता है। फिलहाल उन्होंने पकड़े गए लोगों को पुलिस के हवाले कर दिया है और पुलिस में तहरीर दिया। नशे में मिले दोनों संदिग्ध नगर कोतवाल धीरज कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात के विरुद्ध अभियोग दर्ज किया गया है। जिन संदिग्धों की बात की जा रही जांच में वे नशे में पाए गए। उनके पास जो असलहा था वो भी लाइसेंसी था। बताया जा रहा है कि संदिग्धों का पुलिस ने शांति भंग में चालान किया लेकिन एसडीएम कोर्ट से उन्हें कल जमानत नहीं मिली। इस मामले में जब पूर्व ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू से बात की गई तो उन्होंने बताया मेरे भाई और मुझ पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। ये सब एक राजनैतिक साजिश है। पर्दे के पीछे कुछ लोग मेरे भाई और मेरी छवि खराब करने के लिए एक के बाद एक प्रयास कर हैं। उन्होंने कहा मुझे शासन प्रशासन और न्याय व्यवस्था पर भरोसा है। बता दें कि एक तहरीर सोशल मीडिया पर अलग से सामने आई। जिसमें प्रातेश सिंह ने पकड़े गए लोगों को सोनू-मोनू का आदमी बताया गया। हालांकि दैनिक भास्कर इस वायरल तहरीर की पुष्टि नहीं करता।

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