पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को जबरन गाड़ी में बैठाया:ट्रक की टक्कर से पिकअप दुकान में गई घुसी थी, महिलाओं ने विरोध किया था

अयोध्या के पिपरी जलालपुर तिराहे पर पुलिसकर्मियों द्वारा एक परिवार के सदस्यों को जबरन गाड़ी में बैठाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो 46 सेकंड का है। जिसमें पुलिस की कार्यवाही साफ दिखाई दे रही है। मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना एक सड़क दुर्घटना के बाद शुरू हुई। बीती रात करीब 3 बजे एक ट्रेलर ट्रक ने एक पिकअप को टक्कर मार दी थी। पिकअप एक चाय-पानी की दुकान में जा घुसी, जिससे दुकान क्षतिग्रस्त हो गई। ट्रेलर ट्रक ने एक पान की गुमटी को भी तोड़ दिया। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। सुबह करीब 8 बजे एक युवक घटनास्थल पर पहुंचा, जिसने खुद को पीडब्ल्यूडी का कर्मचारी बताया। उसने चाय-पानी की दुकान चलाने वाले संतराम और सर्वादीन निषाद के परिवार को धमकाया और गाली-गलौज करते हुए कहा कि दुकान पीडब्ल्यूडी की जमीन पर है और बुलडोजर चलवा देगा। उसकी अभद्र बातें सुनकर बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हो गए। लोगों को उग्र होते देख सर्वादीन निषाद ने पीडब्ल्यूडी कर्मचारी को किसी तरह वहां से हटाया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पीडब्ल्यूडी कर्मचारी महिलाओं को भी अपशब्द कह रहा था। भीड़ हटने के बाद पीडब्ल्यूडी कर्मचारी ने बीकापुर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई कि जलालपुर तिराहे के पास लोगों ने उसे पकड़कर पीटा है। इस शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंची और संतराम व सर्वादीन के परिवार की महिलाओं और लड़कियों सहित पुरुषों को जबरन धक्का-मुक्की करते हुए गाड़ी में बैठाना शुरू कर दिया। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि इस दौरान कोई महिला कांस्टेबल मौजूद नहीं थी, जबकि पुलिस विभाग के अधिकारियों के निर्देशानुसार, किसी भी महिला को हिरासत में लेने के लिए महिला पुलिसकर्मी का होना अनिवार्य है। इस संबंध में पुलिस क्षेत्राधिकारी पीयूष पाल ने बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने यह कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि फिलहाल दोनों पक्षों के बीच समझौता होने की संभावना है और पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है।

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