नगर निगम बैठक से पहले हंगामा:गोरखपुर में सड़क-नाली छोड़ उठा भाजपा पार्षद के भतीजे के विवाद का मुद्दा, केस वापस लेने की मांग

गोरखपुर नगर निगम की 15वीं बोर्ड बैठक सोमवार को आयोजित होनी है। इसको लेकर सुबह 10 बजे से ही पार्षद जुटने लगे। इसी बीच बैठक से शुरू होने से पहले ही 11 बजे के करीब 18 पार्षदों की टीम हंगामा करने लगी। सभी पार्षद नगर निगम के सभा कक्ष में बैठे मेयर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव के पास पहुंचे। मेयर से वार्ड संख्या 38 के पार्षद छोटे लाल गुप्ता के भतीजे पर दर्ज केस वापस लेने की मांग करने लगे। इस दौरान पार्षदों के बीच आपस में ही बहस शुरू हो गई। कुछ लोग तो नाराज होकर जाने लगे। तभी एक पार्षद ने उन्हें समझाकर बैठाया। काफी देर नोक-झोंक करने के बाद सभी पार्षद एक मत होकर केस वापस करने की मांग करने लगे। पार्षदों ने मांग पूरी न होने पर बैठक के बहिष्कार की भी चेतावनी दी। वार्ड नंबर 56 के पार्षद रविंद्र सिंह ने भी 2 जेई के ट्रांसफर की मांग की। आरोप लगाया कि उनका पार्षद के साथ व्यवहार अच्छा नहीं है। पार्षद की अवहेलना करते हैं। इस दौरान उप सभापति पवन त्रिपाठी, पार्षदों में रणंजय सिंह जुगनू, अजय राय, रविन्द्र सिंह, राजेंद्र तिवारी, अभिषेक शर्मा, सौरभ विश्वकर्मा, रंजुला रावत, पवन यादव, गोली सिंह, विश्वजीत त्रिपाठी, जयंत निषाद, श्रवण पटेल, पिंटू गौंड, मनोज निषाद, ऋषिमोहन शर्मा, आरती सिंह व अन्य मौजूद रहे। पार्षद के भतीजे पर मेट और सुपरवाइजर पर हमला करने का आरोप नगर निगम के मेट राम चरण भारती ने 29 सितंबर को राजघाट थाने में रिंकू (पार्षद छोटे लाल के भतीजे), सत्य प्रकाश और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट और एससी/एसटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कराया था। आरोप है कि महेवा हाजिरी स्थल पर मेट और सुपरवाइजर पर हमला किया गया और गालियां दी गईं। भाजपा पार्षदों का कहना है कि दुर्गा पंडालों की सफाई शिकायत पर निगमकर्मियों ने साजिश के तहत फर्जी केस दर्ज कराया। पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी ने कहा कि यदि प्रशासन ने केस वापस नहीं कराया, तो भाजपा पार्षद सदन से बहिष्कार करेंगे। थोड़ी देर में शुरू होगी बैठक हंगामे के बाद पार्षदों ने अपनी मांग मेयर के सामने रखी। शोर सुनकर मेयर उठकर चले गए। उन्होंने कोई ठोस आश्वासन नहींं दिया। उन्होंने कहा जो भी फैसला होना है, वह बोर्ड की बैठक में ही होगा।

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