डीएम ने सीएचसी अधीक्षक और एएनएम को लगाई फटकार:कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश, परिसर में गंदगी मिलने पर हुए नाराज

गोंडा जिले में आज ‘स्वस्थ नारी, समर्थ परिवार सेवा पखवाड़ा’ के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) बिशुनपुर बैरिया में एक टीकाकरण सत्र का आयोजन किया गया। जिला मजिस्ट्रेट, प्रियंका निरंजन, ने बच्चों को दवा पिलाकर इस सत्र की शुरुआत की। ​सत्र की शुरुआत के बाद जिलाधिकारी ने पीएचसी बिशुनपुर बैरिया का अचानक निरीक्षण किया है। इस दौरान अस्पताल परिसर में साफ-सफाई की स्थिति बहुत खराब मिली। शौचालयों की दुर्दशा, कूड़े के ढेर और मरीजों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था न होने पर उन्होंने सीएचसी अधीक्षक और एएनएम को जमकर फटकार लगाते हुए गहरी नाराजगी व्यक्त की है। जिलाधिकारी ने लापरवाही के लिए सीएचसी अधीक्षक, पण्डरीकृपाल के डॉ. आलोक सिंह, और एएनएम को फटकार लगाई और तुरंत सुधार के निर्देश दिए है। निरीक्षण के दौरान, सब-सेंटर बिशुनपुर बैरिया में टीकाकरण से संबंधित आवश्यक सामग्री, जैसे टीके, सिरिंज और रजिस्ट्रेशन रजिस्टर, भी उपलब्ध नहीं थे। जिलाधिकारी ने इसका कड़ा संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को वहां तैनात एएनएम को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। ​ उन्होंने चेतावनी दी कि स्वास्थ्य सेवाओं और जनकल्याणकारी योजनाओं में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था में सुधार करने और ‘सेवा पखवाड़ा’ के लक्ष्यों को समय पर पूरा करने का निर्देश दिया है। ​जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य कर्मियों माताओं और बच्चों से बातचीत भी की और उन्हें टीकाकरण के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक स्वस्थ महिला ही परिवार की नींव को मजबूत बनाती है और इसलिए महिलाओं और बच्चों का स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण है। ​इस कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा, अधीक्षक डॉ. आलोक सिंह, यूनीसेफ के डीएमसी शेषनाथ सिंह, जिला वैक्सीन प्रबंधक पंकज तिवारी, और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर