जलभराव से 500 एकड़ फसल हो रही बर्बाद:लखीमपुर में किसानों ने कपड़े उतारकर किया प्रदर्शन, जलसमाधि की चेतावनी

लखीमपुर खीरी में धान और गन्ने के खेतों में जलभराव की समस्या का समाधान न होने पर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने जलभराव वाले खेतों में कपड़े उतारकर प्रदर्शन किया और जलनिकासी की व्यवस्था की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे जलसमाधि ले लेंगे। यह पूरा मामला निघासन तहसील की सिधौना ग्राम पंचायत का है। किसानों का कहना है कि कई दशकों से बरसात का पानी पास बह रही जौरहा नदी में चला जाता था। लेकिन इस बार पड़ोसी ग्राम पंचायत मूर्तिहा के ग्राम प्रधान हरपाल सिंह ने उस जगह को मिट्टी डालकर बंद कर दिया है, जहां से पानी निकलता था। इस अवरोध के कारण करीब 500 एकड़ से अधिक धान और गन्ने के खेतों में पानी भर गया है। किसान दामोदर प्रसाद ने बताया कि हमारे क्षेत्र में करीब 500 एकड़ खेती पानी में डूबा है, इस समय में धान की फसल खेत में पकी खड़ी है पर जल भराव के चलते धान की फसल को काट नहीं पा रहे हैं,1995 से जिस जगह से पानी निकल रहा था उसको पड़ोसी ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान हरपाल सिंह ने मिट्टी डालकर पाट दिया अब बरसात का पानी नहीं निकल पा रहा वह पानी हम लोगो के धान और गन्ने के खेतों में भरा हुआ है , जल निकासी न होने से हमारी फसले तबाह और बर्बाद हो रही हैं, समस्या के समाधान के लिए हमने एसडीएम और विधायक से शिकायत की पर कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आया,अगर समाधान नहीं हुआ तो हम लोग जलसमाधि लेंगे। किसान गया प्रसाद कनौजिया ने बताया कि किसानों के लिए सरकार बहुत कुछ कर रही है पर एक ग्राम प्रधान ने पानी रोक दिया जिस जगह से पानी निकल रहा था उस पर मिट्टी का पटान कराकर उसे बंद कर दिया,अब हमारी लोगों की फसलें बर्बाद हो रही हैं,अगर जल निकासी की व्यवस्था न की गई तो हम आत्महत्या कर लेंगे। किसानों ने बताया कि उनकी धान की फसल खेतों में पककर तैयार खड़ी है, लेकिन जलभराव के चलते वे कटाई नहीं कर पा रहे हैं, जिससे फसल बर्बाद हो रही है। लगभग 50 किसानों के खेत प्रभावित हुए हैं।समस्या के समाधान के लिए पीड़ित किसानों ने विधायक और एसडीएम से शिकायत भी की थी, लेकिन कोई हल नहीं निकला। किसानों ने शुक्रवार को जलभराव वाले खेतों में पहुंचकर कपड़े उतारकर प्रदर्शन किया। उनकी मुख्य मांग है कि जल्द से जल्द जल निकासी की व्यवस्था की जाए। इस संबंध में एसडीएम राजीव निगम ने बताया कि उन्होंने दोनों ग्राम पंचायतों के लेखपालों से रिपोर्ट मांगी थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे आज खुद मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लेंगे और समस्या का समाधान कराएंगे। इस मौके पर संतोष गुप्ता, रमेश कुमार पटेल, बलराम राज, खुशीराम, प्रमोद, रामगोपाल जायसवाल, राम नरेश पाल, राकेश कुमार, नवल किशोर, पवन कुमार वर्मा, सुजीत कनोजिया, दामोदर प्रसाद, जयराम कश्यप, मुन्नी लाल गौतम, गया प्रसाद कनोजिया, तौले राम यादव, श्रवन यादव, अमरजीत सिंह, गुरदास सिंह, मिश्री लाल वर्मा, अंकित वर्मा, सुशील कुमार, गुड्डू कुमार, राम प्रसाद कनौजिया, माता प्रसाद, हरिशचंद्र यादव, पप्पू निषाद और रितेश वर्मा सहित कई किसान मौजूद रहे।

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