जज बनकर ठगी करने वाले विष्णु पर एक और FIR:शिक्षिका से दहेज और कार के नाम पर 25 लाख ठगे थे, बरामद कार शिक्षिका की निकली
कानपुर के शातिर ठग विष्णु शंकर गुप्ता के खिलाफ फजलगंज पुलिस ने जज बनकर शादी के नाम पर ठगी करने के नाम पर एक और एफआईआर दर्ज की है। शातिर ने शिक्षिका के शादी का इस्तेहार देखकर उसके परिजनों से संपर्क किया। इसके बाद उसे भी जज बनकर इंप्रेश किया और पहले तो दहेज के नाम पर कार और फिर अपने और उसका दोनों का लखनऊ ट्रांसफर कराने के नाम पर 8 लाख रुपए लिया। ठगी करने के बाद भाग निकला था। उसके पास बरामद कार की पड़ताल करते हुए उसके मालिक तक पहुंची तब ठगी का खुलासा हुआ। शातिर ने एक-दो नहीं सैकड़ों महिलाओं से इसी तरह से ठगी की है। जज का फर्जी आईडी कार्ड और नियुक्ति पत्र दिखाकर भरोसे में लिया डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि जज बनकर केजीएमयू की महिला अधिकारी से 60 लाख की ठगी करने वाले नवाबगंज के शातिर विष्णु शंकर गुप्ता को अरेस्ट करके जेल भेजा था। उसके पास से एक अर्टिगा कार बरामद हुई थी। जांच करने पर पता चला कि कार महिला के नाम पर दर्ज है। पूछताछ में विष्णु शंकर ने बताया कि यह कार उसके बहन के नाम पर है। बहन ने उसे चलाने के लिए दिया है। पुलिस पड़ताल करते हुए कार की मालकिन फतेहपुर के हनुमानगज बजरिया, कोड़ा, थाना जहानाबाद निवासी विजय लक्ष्मी शिक्षिका के पास पहुंची। शिक्षिका ने जो भी कुछ बताया पुलिस भी दंग रह गई। विजय लक्ष्मी ने बताया कि उनके पिता ने शादी के लिए न्यूजपेपर में विज्ञापन दिया था। इसी विज्ञापन के जरिए राहुल गुप्ता नाम के युवक ने उनके पिता और भाई से संपर्क किया। बताया कि वह सिविल जज है, उसकी तैनाती स्थल सिद्धार्थनगर है। सिविल जज की आईडी भी समेत अन्य दस्तावेज दिखाए। इससे विजय लक्ष्मी के परिवार वालों को भरोसा हो गया कि वह जज है। उनकी बेटी से शादी करना चाहता है। परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई कि जज का रिश्ता आया है और विजय लक्ष्मी ने बताया कि वह भी इतनी खुशी हो गईं कि उनके भी पैर जमीन पर नहीं थे। जज के साथ साथ फेरे और परिवार बसाने का सपना संजोने लगी। ट्रांसफर के नाम पर 8 लाख ठगे दोनों के बीच मोबाइल पर अच्छी बातचीत होने लगी तो विष्णु ने 29 अक्तूबर 2018 को कानपुर स्थित रेव मोती में मिलने बुलाया। वहां पर प्रार्थिनी से राहुल गुप्ता व उसकी तथाकथित बहन लक्ष्मी गुप्ता से मुलाकात हुयी। इसके बाद दोनों ने एक दूसरे को पसंद करके शादी की बात फाइनल कर दी। कहा कि हम दोनों लखनऊ ट्रांसफर करा लेते हैं और वहां पर साथ में रहेंगे। कहा कि मेरे ट्रांसफर में 25 लाख रुपए का खर्च आ रहा है, 20 लाख तो मेरे पास है। लेकिन 5 लाख रुपए तुम्हें मदद के तौर पर देने होंगे। विजय लक्ष्मी को दोबारा मिलने के लिए बुलाया और नवंबर 2018 में प्रार्थिनी से दोबारा मुलाकात कर 5 लाख रुपए कैश फजलगंज स्थित बस स्टैण्ड पर लिये। फिर राहुल गुप्ता ने माह नवम्बर 2018 में ही प्रार्थिनी से उसका ट्रांसफर लखनऊ में कराकर एक ही जनपद में रहकर नौकरी करने के नाम पर 3 लाख की डिमांड रखी। उनके ट्रांसफर के नाम पर भी 5 लाख रुपए ले लिया। बोला जज की पत्नी स्कूटी से चलेगी तो अच्छा नहीं लगेगा इसके बाद शातिर ने कहा कि तुम स्कूटी से चलती हो जज के पत्नी स्कूटी से चलेगी तो अच्छा नहीं लगेगा। हम चाहते हैं कि तुम एक कार खरीद लो। शातिर के जाल में विजय लक्ष्मी फंस गई और उन्होंने फजलगंज स्थित शोरूम से अर्टिगा कार फाइनेंस कराई। इसके बाद प्रार्थिनी के मतदाता पहचान पत्र में हेरफेर करके कानपुर का पता दिखाकर प्रार्थिनी के नाम से फजलगंज स्थित एसबी कार से एक अर्टिगा कार 1 लाख 27 हजार रुपए डाउन पेमेंट कराकर कार फाइनेंस करा दी। फिर बातचीत करते हुए 10 जून 2019 को शादी की तिथि निर्धारित की। इसके बाद प्रार्थिनी की अर्टिगा कार पंजीयन संख्या यू0पी0 78 एफआर 9377 दिनांक 01.04.2019 को डिलीवर हुयी और उक्त नई नवेली कार को राहुल गुप्ता अपने साथ ले गया। इसके बाद राहुल गुप्ता से प्रार्थिनी की बात लगातार होती रही। जैसे-जैसे राहुल गुप्ता एवं प्रार्थिनी के मध्य पूर्व से तय शादी की नियत तिथि 10.06.2019 नजदीक आ रही थी वैसे ही उक्त राहुल गुप्ता का फोन स्विच ऑफ बताने लगा। आखिरी बार 7 मई 2019 को बात हुई थी। इसके बाद फिर कभी सामने नहीं आया। उधर पुलिस विजय लक्ष्मी ने थाने में ठगी की तहरीर दी तो उसे थानों के सीमा विवाद में इतना उलझा दिया कि रिपोर्ट ही नहीं दर्ज कराई। 6 साल 4 महीने बाद अब दर्ज हुई रिपोर्ट पुलिस कार के जरिए बर्रा के उस पते पर पहुंची जहां का पता आरसी में दर्ज था। वहां जांच करने पर पता चला कि शिक्षिका विजय लक्ष्मी किराए पर रहती थीं। अब वह कहां पर हैं, उन्हें जानकारी नहीं है। आरटीओ में दर्ज आधार कार्ड से पुलिस को विजय लक्ष्मी के भाई का नंबर मिला। इससे वह विजय लक्ष्मी तक पहुंची और तब ठगी का खुलासा हुआ। अब विजय लक्ष्मी की तहरीर पर फजलगंज थाने की पुलिस ने जज बनकर ठगी करने वाले विष्णु शंकर के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।
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