छात्रों को ब्लॉकचेन से मिलेंगी डिग्री, मार्कशीट:रोहिलखंड विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति ने लिए अहम फैसले

महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली में शनिवार को कुलपति प्रोफेसर के.पी. सिंह की अध्यक्षता में परीक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक हुई। विश्वविद्यालय मुख्यालय स्थित समिति कक्ष में आयोजित इस बैठक में छात्रों की सुविधा और परीक्षा व्यवस्था को अधिक पारदर्शी तथा तकनीक आधारित बनाने के लिए कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में वर्ष 2024-25 से विद्यार्थियों को ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से डिग्रियां प्रदान करने पर सहमति बनी। यह भी तय किया गया कि भविष्य में ट्रांसक्रिप्ट और अंकतालिकाएं भी इसी तकनीक से जारी की जाएंगी। इससे दस्तावेजों की सुरक्षा और प्रमाणिकता सुनिश्चित होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP-2020) के अंतर्गत संचालित स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को अब प्रत्येक वर्ष के लिए अलग-अलग अंकतालिकाएं प्रदान की जाएंगी। यह निर्णय शिक्षा प्रणाली को अधिक व्यवस्थित और छात्र हितैषी बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। वर्ष 2024 में शाहजहांपुर स्थित एसएस कॉलेज के रिकॉर्ड रूम में भीषण बाढ़ के कारण छात्रों की मूल अंकतालिकाएं और डिग्री प्रमाण पत्र क्षतिग्रस्त हो गए थे। कुलपति द्वारा गठित समिति ने दो बार कॉलेज का निरीक्षण किया, जिसके बाद इस प्रकरण पर सहानुभूतिपूर्वक कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। ऑनलाइन प्रोविजनल एवं माइग्रेशन प्रमाण पत्र के शुल्क को ₹1000 से घटाकर ₹800 कर दिया गया है। साथ ही, यह सुविधा अब केवल ऑनलाइन उपलब्ध होगी। किसी आपात स्थिति में सक्षम अधिकारी की अनुमति पर ही ₹1000 शुल्क के साथ ऑफलाइन प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विदेशी छात्रों के लिए ‘व्यवहारिक हिंदी’ नामक एक अनिवार्य कोर्स शुरू करने का भी निर्णय लिया गया है। हालांकि, यह विषय छात्रों की अंकतालिका में क्रेडिट के रूप में नहीं जोड़ा जाएगा। इस कोर्स के माध्यम से विदेशी छात्र भारतीय संस्कृति, दर्शन और स्थानीय संवाद में दक्षता प्राप्त कर सकेंगे।

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