गोरखपुर में कैंडल जलाने पर निकलेगी खुशबू:दिवाली पर बढ़ी डिमांड, हैंडमेड बिजनेस ने चेष्टा को दी नई पहचान

गोरखपुर में दिवाली की तैयारियों को लेकर एक से बढ़कर एक यूनिक प्रोडक्ट मार्केट में आया है। इसी बीच एक ऐसा कैंडल है जिसे जलाने पर अलग-अलग फ्लेवर का खुशबू फैलेगा। दिवाली जैसे फेस्टिवल के लिए लोग अपना घर सजाने के लिए इनके प्रोडक्ट को ले कर जाते हैं। इसे गोरखपुर की चेष्टा ने स्टार्टअप के रूप में शुरू किया है। घर से ही चलता है बिजनेस राजेंद्र नगर की रहने वाली चेष्टा ने बताया- घर के एक कोने में उन्होंने छोटा सा सेट तैयार किया है,जहां फ्रेगरेंस वाली कैंडल को हाथ से बनाती हैं। उनकी मेहनत और लगन की वजह से इस काम से उनको एक नई पहचान दी है। लोग करते हैं पसंद
चेष्टा ने बताया-लोग उनके काम को बेहद पसंद करते हैं और दिवाली के समय इनके कैंडल से अपने घर को सजाते हैं। फेस्टिवल नजदीक आने से उन्हें लगातार ऑर्डर मिल रहे हैं। इतना ही नहीं कई खास अवसर के लिए भी ऑर्डर मिलते हैं। जैसे- शादी के समय गिफ्ट देने के लिए, कैंडल लाइट डिनर, क्रिसमस और न्यू ईयर के लिए इस कैंडल को इस्तेमाल किया जाता है। 50 से भी अधिक फ्लेवर
उन्होंने बताया कि यह हैंडमेड कैंडल लेवेंडर, रोज, चमेली जैसे 50 से भी अधिक फ्लेवर में आता है। कैंडल में ये सब फ्लेवर डालने के लिए कुछ मार्केट से डायरेक्ट खरीदते हैं तो ज्यादातर फ्लेवर खुद बनाते है। नए और यूनिक फ्लेवर बनाने के लिए कई अलग-अलग रेडीमेड फ्लेवर को मिक्स करके तैयार करना पड़ता है। कई बार चेक करने के बाद एक फ्लेवर सेलेक्ट करके उसका इस्तेमाल हैं। अलग-अलग शेप में अवेलेबल
चेष्टा ने बताया- मेरे पास 40 से अधिक अलग- अलग शेप के कैंडल हैं। जिनमें फ्लॉवर बुके, रोज, मार्बल, दीया के कई शेप, पिलर, मटका, सिंगल फ्लॉवर बुके शामिल है। लोग अपने पसंद के हिसाब से कैंडल कस्टमाइज्ड करवाते हैं। रंगोली के लिए मटका कैंडल ट्रेडिंग
चेष्टा बताती है- दिवाली के बाकी कैंडल तो बिक ही रहे हैं। लेकिन रंगोली को सजाने के लिए स्पेशल मटका कैंडल को पसंद किया जा रहा है। कुछ दिनों पहले मैंने एक एग्जिबिशन में स्टॉल लगाया था। तब लोगों सबसे ज्यादा यही पसंद आया। अभी भी इसके ज्यादा ऑर्डर मिल रहे हैं। दो से तीन घंटे में होता तैयार
चेष्टा ने बताया कि एक कैंडल को बनाने में कम से कम 2 से 3 घंटे लगते हैं। उसके बाद सूखने में एक दिन का समय लगता है। 4 साल पहले शुरू किया
चेष्टा ने बताया- मैंने यह बिजनेस 4 साल पहले शुरू किया था। उससे पहले मेरी मम्मी देखती थी लेकिन कुछ समय से यह बंद था। फिर मैंने नए अंदाज में कुछ करने के लिए सोचा और इसे स्टार्ट किया। इस काम में मां और बहन मेरी मदद करती हैं। मेरा काम मुझे बहुत पसंद आता है। जब लोग तारीफ करते हैं तो उससे मोटिवेशन मिलता है। सेंटेड कैंडल के रेट
रोज कैंडल- 20 रुपए पीस
मार्बल कैंडल- 20 रुपए पीस
फ्लोरल दीया- 20 रुपए पीस
पिलर कैंडल- 30 रुपए पीस
मटका कैंडल- 20 रुपए पीस
फ्लॉवर बुके – 1000 रुपए
फ्लॉवर बुके -100 रुपए

Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/c3KC6Ti