कानपुर सीडीओ ने की अनूठी पहल:आईजीआरएस शिकायतों के आधार पर ग्राम पंचायतों में लगी जन चौपालें, 57 शिकायतों का मौके पर निस्तारण

मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने IGRS शिकायतों को लेकर एक अनोखी पहल शुरू की है। शासन की मंशा “गांव की समस्या, गांव में समाधान” को मूर्त रूप देने के लिए जनपद की चयनित ग्राम पंचायतों में विशेष जन चौपालों का आयोजन किया गया। यह पहली बार होगा जब आईजीआरएस पोर्टल के माध्यम से सर्वाधिक शिकायतों वाले ग्रामों की पहचान कर चौपालें आयोजित की गईं। ऐसे 50 ग्राम चिन्हित किए गए हैं, जिनमें दस ग्रामों में चौपाल आयोजित की गई। नोडल अधिकारियों की अध्यक्षता में चौपालों का संचालन
तहसील स्तर के नामित नोडल अधिकारियों की अध्यक्षता में इन चौपालों का संचालन किया जा रहा है। इनका उद्देश्य केवल शिकायतों का निस्तारण ही नहीं है, बल्कि योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाना, पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ दिलाना, गांव में कराए गए कार्यों का सत्यापन करना और ग्रामीणों से संवाद स्थापित करना भी शामिल रहा। अन्नप्राशन और गोदभराई जैसे कार्यक्रम चौपाल से जोड़े जाए
सीडीओ दीक्षा जैन ने कहा कि अब छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए ग्रामीणों को जिला मुख्यालय तक नहीं आना पड़ेगा। उन्होंने यह भी बताया कि अन्नप्राशन और गोदभराई जैसे सामाजिक कार्यक्रमों को चौपाल से जोड़ने से यह आयोजन गांव के सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन से भी प्रत्यक्ष रूप से जुड़ गया है। कहां कितनी आई शिकायतें
सरसौल विकास खंड की ग्राम पंचायत नर्वल में कुल 14 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 8 का मौके पर निस्तारण किया गया। भीतरगांव की ग्राम पंचायत में 4 शिकायतें दर्ज हुईं लेकिन मौके पर कोई निस्तारण नहीं हो सका। घाटमपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत रेउना में 14 में से 8 शिकायतों का समाधान हुआ। पतारा की ग्राम पंचायत गिरसी में प्राप्त 33 शिकायतों में से 3 का निस्तारण किया गया। विधनू विकास खंड की ग्राम पंचायत कठोगर में 9 शिकायतें दर्ज हुईं जिनमें से 5 का मौके पर निस्तारण कराया गया। चौबेपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत में 30 शिकायतों में से 18 का निस्तारण हुआ। शिवराजपुर की ग्राम पंचायत उत्तरी में 12 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 4 का समाधान किया गया। बिल्हौर की ग्राम पंचायत पूरा में 22 शिकायतों में से 5 का निस्तारण हुआ। ककवन की ग्राम पंचायत औरोतहारपुर में 9 शिकायतों के सापेक्ष 6 शिकायतें मौके पर सुलझा दी गईं। इस प्रकार कुल 147 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 57 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कराया गया। ​​​​​​

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर