कर्मचारी संघ ने कहा-एसडीएम सुमित के साथ काम करना मुश्किल:एत्मादपुर तहसील के एसडीएम और बाबू के बीच में हुए विवाद के बाद कर्मचारियों ने जताई अनहोनी की आशंका

आगरा की एत्मादपुर तहसील में एसडीएम सुमित सिंह और राजस्व बाबू वीरेंद्र सिंह के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ राजस्व बाबू के समर्थन में उतर आया है।
कर्मचारी संघ की ओर से जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी के नाम एडीएम वित्त एवं राजस्व शुभांगी शुक्ला को दिए ज्ञापन में एसडीएम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ये लगाए हैं आरोप
कहा-प्रधान सहायक वीरेंद्र सिंह के साथ मां-बहन की गाली-गलौज व अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए किए गए दुर्व्यवहार के साथ-साथ कर्मचारी पर बंदूक तानकर जान से मारने की नीयत से एसडीएम सुमित द्वारा किए गए दुष्कृत्य के कारण इनके साथ किसी भी कर्मचारी का कार्य करना संभव नहीं है। अनहोनी की आशंका
कभी भी अनहोनी हो सकती है। इसलिए इनके खिलाफ जल्द कड़ी कार्रवाई करने एवं शासकीय कार्य एवं जनहित में अन्यत्र स्थानातंरित करने की कृपा करें।
कर्मचारी संघ का कहना है कि एत्मादपुर तहसील की घटना से कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। जिलाध्यक्ष नरेंद्र कुमार भारद्वाज, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुली चंद शर्मा और जिला मंत्री तुषार सक्सेना की ओर से ये ज्ञापन दिया गया था। राइफल तान दी थी बता दें कि आगरा के एत्मादपुर तहसील के राजस्व बाबू ने एसडीएम सुमित सिंह पर कमरे में बंद करके मारने-पीटने का आरोप लगाया है। राजस्व बाबू ने आरोप लगाया कि शुक्रवार को एसडीएम ने तहसील में उन्हें डंडे से पीटा। उनके ऊपर कुर्सी फेंककर मारी। फिर अपनी सुरक्षा में तैनात होमगार्ड की राइफल लेकर तान दी। लोगों के बीच-बचाव करने पर मामला शांत हुआ। कार्रवाई की मांग की है। हालांकि, एसडीएम ने इन आरोपों को नकाराते हुए बाबू पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। उन्होंने उच्चाधिकारियों को लेटर लिखकर आरोपी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है। कर्मचारी ने कहा- कमरे में ताला लगाकर पीटा
कर्मचारी वीरेंद्र सिंह ने बताया- शुक्रवार सुबह मैं एसडीएम के पास वसूली मासिक विवरण पत्र दिखाने गया था। तभी एडीएम ने उससे पूछा कि वह गांधी जयंती पर क्यों नहीं आए थे। नाराज एसडीएम ने वीरेंद्र सिंह से तहसील से चले जाने को कहा। एसडीएम के गुस्सा होने पर वह वहां से चला आया। वीरेंद्र सिंह ने बताया- एसडीएम के पास से आकर वह अपने कलेक्शन रूम में आकर नक्शा तैयार करने लगा। कुछ ही देर में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने आकर कहा कि वह तहसील से चला जाए। मैंने उस कर्मी से कहा मैं हाजिरी लगा चुका हूं। डंडे से पीटने का आरोप कुछ देर बाद स्वयं एसडीएम सुरक्षाकर्मियों संग वहां आ गए। कमरा अंदर से बंद कर लिया। गाली गलौज करते हुए दफ्तर छोड़कर भागने के लिए कहा। उन्होंने रिलीविंग ऑर्डर मिलने पर जाने की बात कहीं तो पहले कुर्सी फेंककर मारी फिर डंडे से पीटा। राजस्व बाबू ने आरोप लगाया कि मारने-पीटने के बाद होमगार्ड की राइफल उठाकर तानकर जान से मारने की धमकी दी। फिर होमगार्डों से कमरे से बाहर निकलवाकर ताला लगा दिया। हंगामा बढ़ता देख तहसील के कर्मचारियों और अन्य लोगों ने एसडीएम को समझाया तब मामला शांत हुआ।

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