एनकाउंटर में घायल बदमाश नेपाल भागने की फिराक में था:दिशा पाटनी के घर की रेकी करने वाला आरोपी बोला- अब कभी यूपी में नहीं आएंगे
बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर की रेकी करने वाला गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा गैंग का सदस्य रामनिवास नेपाल भागने की फिराक में था। लेकिन उससे पहले ही बरेली पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस को देखते ही उसने गोली चला दी, जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की। जिसमें बदमाश के पैर में गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने रामनिवास और उसके साथी अनिल को गिरफ्तार कर लिया। इस पूरे मामले में अब तक कुल 6 आरोपियों के नाम सामने आ चुके हैं। जिनमें से दो शूटर एनकाउंटर में ढेर हो चुके हैं। दो को दिल्ली पुलिस ने दबोचा है और दो को बरेली पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान पकड़ लिया। फायरिंग से लेकर गिरफ्तारी तक की पूरी कहानी एसएसपी बरेली अनुराग आर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 12 सितंबर को रिटायर्ड डिप्टी एसपी जगदीश पाटनी के घर पर गोलियां चली थीं। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कई टीमें जांच में लगाई गईं। अलग-अलग राज्यों की पुलिस ने भी इस केस में तालमेल किया। एसएसपी ने बताया कि इस घटना में शामिल दो मुख्य शूटर – रविंद्र और अरुण – को यूपी एसटीएफ, यूपी पुलिस, दिल्ली और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया। इसके अलावा दो अन्य अपराधी दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किए। 25 हजार का इनामी रामनिवास नेपाल भागने की फिराक में इस घटना में पांचवां आरोपी रामनिवास उर्फ दीपक था। राजस्थान के जेतारण का रहने वाला यह बदमाश वारदात से पहले पूरी रैकी और प्लानिंग में शामिल था। पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी के लिए 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि बरेली की SOG यूनिट लगातार इसे ट्रैक कर रही थी। जानकारी मिली कि रामनिवास अपने साथी अनिल के साथ नेपाल भागने की फिराक में है। जब पुलिस टीम ने घेराबंदी की तो बदमाशों ने गोली चला दी। आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी फायर किया, जिसमें रामनिवास के पैर में गोली लगी। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पिस्टल, कारतूस और बिना नंबर की बाइक बरामद पुलिस ने रामनिवास से एक 32 बोर की पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और बिना नंबर की मोटरसाइकिल बरामद की। एसएसपी ने बताया कि मोटरसाइकिल की जांच की जा रही है कि यह चोरी की है या किसी अन्य अपराध में प्रयुक्त हुई है। होटल और सीसीटीवी से मिले पुख्ता सुराग पुलिस जांच में सामने आया कि रामनिवास झुमका चौराहे और एक होटल की फुटेज में भी दिखाई दिया था। घटना से पहले उसने ही पूरी टीम को लोकेशन दिखाई और साजिश रची। अब तक पुलिस 2500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल चुकी है। इसमें ICCC के 1300 कैमरे और बाकी ग्रामीण इलाकों के कैमरे शामिल हैं। करीब 250 होटल और ढाबों की भी जांच की गई। साथी अनिल से खुला गिरोह का नेटवर्क रामनिवास के साथ पकड़े गए अनिल पुत्र सतीश, सोनीपत (हरियाणा) का रहने वाला है। वह गैराज चलाता है। पूछताछ में उसने बताया कि शूटर अरुण और रविंद्र उसके गैराज पर आते-जाते थे। वह अक्सर उन्हें बाइक उपलब्ध कराता था। पुलिस अब इस गैराज की भूमिका और नेटवर्क की कड़ियां खंगाल रही है। संगठित गिरोह पर गैंगस्टर एक्ट की तैयारी एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा, “यह पूरी वारदात संगठित अपराध गिरोह का काम है। सभी आरोपी आपस में तालमेल कर घटना को अंजाम देने आए थे। इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”
उन्होंने बताया कि अब तक घटना में शामिल पांचों बदमाश बरेली पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। जांच में तकनीकी टीम, साइबर सेल और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम भी लगी है। अन्य सहयोगियों की भूमिका की जांच की जा रही है।
रामनिवास का इलाज कराया जा रहा है। इसके बाद उससे और पूछताछ होगी। पुलिस का दावा है कि इससे गैंग के कई और राज खुल सकते हैं। एसपी सिटी मानुष पारीक की अगुवाई में टीम विवेचना कर रही है और जल्द ही पूरे नेटवर्क की तस्वीर सामने आ जाएगी। शूटर से खास बातचीत वही जिला अस्पताल में भर्ती बदमाश रामनिवास ने दैनिक भास्कर ऐप से खास बातचीत में बताया कि मैं हरियाणा का रहने वाला हु। मैं रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ गैंग से जुड़ा हुआ हु। हम दिशा पाटनी के घर की रेकी करने आए थे। मैं 6 और 7 सितम्बर को पहले आया और फिर वापिस लौट गया। 9 और 10 सितम्बर को फिर आए और रेकी करके जानकारी दी। हम अरुण को जानते है जिसका इनकाउंटर हो गया है। उसने हमारे कैसे भी नहीं दिए। इन लोगों के संपर्क में आए हुए मुझे एक महीना हुआ है। अरुण से मेरी मुलाकात सोनीपत में हुई थी। मैं आठवीं तक पढ़ा हुआ हु।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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