ई-मेल धमकी के बाद एडवोकेट का परिवार दहशत में:पत्नी ने कॉलेज से ली छुट्टी, बेटा भी घर में कैद, पुलिस ने दर्ज नहीं की एफआईआर

सीनियर एडवोकेट वीके शर्मा को ई-मेल के जरिए मिली धमकी के मामले में पांच दिन बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। धमकी भरे दूसरे मेल के बाद से परिवार दहशत में है, जिसमें दो दिन की मोहलत दी गई है। पत्नी ने कॉलेज से छुट्टी ले ली है तो बेटा भी घर से बाहर निकलने में परहेज कर रहा है। खुद एडवोकेट वीके शर्मा भी जैसे-तैसे कचहरी आ रहे हैं। उनका कहना है कि शायद पुलिस किसी घटना का इंतजार कर रही है। अब एक नजर डालते हैं पूरे मामले पर
जागृति विहार सेक्टर 2 निवासी वीके शर्मा पेशे से अधिवक्ता हैं। 16 सितंबर की शाम उनकी पत्नी डाक्टर लता शर्मा की ई-मेल पर california white angel GNom13(Californiagrandsquadg13@gmail.com) आईडी से मेल आया। यह रंगदारी का धमकी भरा मैसेज था, जिसमें दो लाख रुपये मांगे गए थे। पहले इसे किसी की शरारत मानकर परिवार ने नजर अंदाज करने का प्रयास किया लेकिन फिर वीके शर्मा ने डीजीपी से फोन पर बात की। 18 सितंबर को उन्होंने साइबर सेल में तहरीर दे दी। पांच दिन बाद भी एफआईआर नहीं
16 सितंबर को धमकी भरा मैसेज आया। 18 सितंबर को अधिवक्ता ने साइबर सेल में तहरीर दी। सोमवार को धमकी मिले सात दिन और तहरीर दिए पांच दिन हो गए लेकिन पुलिस ने एफआईआर तक दर्ज नहीं की। एडवोकेट वीके शर्मा अपने साथी अधिवक्ताओं को लेकर साइबर सेल पहुंचे तो पता चला कि जिस दरोगा को विवेचना दी गई है, वह वीआईपी ड्यूटी में व्यस्त है। पांच दिन में केवल इतना पता चला है कि वह धमकी भरा मैसेज जिस आईडी से आया है, उसका आईपी एड्रेस नाइजीरिया का है। घर में कैद हुआ अधिवक्ता का परिवार
धमकी भरा मैसेज आने के बाद अधिवक्ता का परिवार डरा हुआ है। उनकी पत्नी लता शर्मा एक स्कूल में प्रिंसिपल हैं लेकिन उन्होंने छुट्टी ले ली है। वह पूरा समय घर में रहकर बिता रही हैं। उनका बेटा भी इन दिनों घर आया है। इस प्रकरण के बाद वह भी अधिकांश समय घर पर ही बिता रहे हैं। हालांकि वीके शर्मा का कचहरी जाना मजबूरी है। उच्चाधिकारियों से मांगेंगे जवाब
वीके शर्मा का कहना है कि पांच दिन पहले पुलिस से मदद मांगी थी लेकिन किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई। वह जल्द इस मामले को बार के समक्ष उठाएंगे। इसके बाद बार जो कुछ तय करेगा, वह उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई करेंगे। जरूरत पड़ी तो वह मुख्यमंत्री और डीजीपी से लखनऊ जाकर भी मिलेंगे। विवेचक वीआईपी ड्यूटी में व्यस्त
वरिष्ठ अधिवक्ता सोमवार को साइबर सेल पहुंचे, जहां उन्होंने तहरीर दी थी। वहां उनकी मुलाकात साइबर सेल प्रभारी जेपी यादव से हुई। अधिवक्ता का कहना है कि प्रभारी ने उनके मामले को लेकर अनभिज्ञता ही जता दी। काफी देर बाद उन्हें याद आया। उन्होंने विवेचक से बात की तो पता चला कि नाइजीरिया के आईपी एड्रेस से मेल किया गया था। इससे ज्यादा उनके पास कोई जानकारी नहीं है। प्रभारी ने कहा कि विवेचक वीआइपी ड्यूटी पर हैं। वह वापस कर ही उचित जवाब दे सकेंगे।

Read More

Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर