आजमगढ़ में नहीं रुक रहा है शिक्षकों का प्रदर्शन:सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विरुद्ध लगातार शिक्षक संगठन कर रहे हैं प्रदर्शन

आजमगढ़ में टेट को को लेकर शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद लगातार शिक्षकों का संगठन प्रदर्शन कर रहा है और सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय को गलत बता रहा है। शुक्रवार को भी जिले में बारिश के बावजूद भी बड़ी संख्या में शिक्षक और शिक्षकों ने जमकर प्रदर्शन किया था। और प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन भी अधिकारियों के माध्यम से भेजा गया था। प्रदर्शन करने वाले शिक्षक लगातार सरकार और सुप्रीम कोर्ट पर हमलावर है। शिक्षक नेताओं का कहना कि आज भी जिलाधिकारी कार्यालय पहुँच जिला प्रशासन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को नामित अपना ज्ञापन सौंपा जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ लगातार प्रदर्शन सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा,टीईटी को अनिवार्य करने के आदेश के बाद देश भर में शिक्षकों की नौकरी पर संकट गहरा गया है। आदेश के अनुसार, अगले दो वर्ष के भीतर टीईटी पास करना अनिवार्य होगा। अन्यथा नौकरी छोड़नी पड़ सकती है। इस फैसले से असंतुष्ट शिक्षकों ने विरोध तेज कर दिया है। इसी क्रम में जनपद में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ विशाल प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा जायेगा। यह विरोध प्रदर्शन 2011 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों के सेवारत रहने एवं पदोन्नति हेतु टीईटी की अनिवार्यता न होने से संबंधित था। विरोध प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि यदि सरकार अभी भी न जागी तो दिल्ली जाकर पूरे देश के शिक्षक धरना प्रदर्शन व आंदोलन करने को बाध्य होंगे।इस संबंध में संघ ने 27 जुलाई 2011 से पूर्व नियुक्त सभी शिक्षकों को टीईटी से मुक्त करने, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विरुद्ध पुनर्विचार याचिका दायर करने, केंद्र सरकार द्वारा इस विषय पर स्पष्ट और शिक्षकों के हित में पक्ष रखने व सेवा में कार्यरत शिक्षकों के अनुभव को ही उनकी योग्यता माने जाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर