आज की सुनवाई चाय की अदालत में:जहां सेक्शन और तारीख में मिलती है चाय, वकीलों ने शुरू की थी दुकान

मेरठ में एक ऐसी दुकान है, जहां चाय के साथ-साथ ‘अदालत’ का मज़ा भी मिलता है। जी हां, बात हो रही है ‘चाय की अदालत’ की, जहां ऑर्डर देने के लिए आपको कहना पड़ता है, “केस नंबर 2 का सेक्शन 3 पेश करो!” और फिर आपके सामने पेश होती है लाजवाब चाय। यह दुकान सिर्फ चाय की दुकान नहीं, बल्कि एक अनोखा अनुभव है, जहां कोर्ट रूम का माहौल और चाय का स्वाद एक साथ मिलता है। कैसे शुरू हुई ‘चाय की अदालत’?
करीब एक साल पहले मेरठ के दो वकील भाइयों, एडवोकेट साक्षी श्री और एडवोकेट मनीष ने इस अनोखे कॉन्सेप्ट को हकीकत में बदला। मनीष के छोटे भाई अंशु राज बताते हैं, “पहले इस जगह पर एक दूसरी दुकान थी। मेरे बड़े भाई मनीष ने इसे खरीदा और इसे ‘चाय की अदालत’ में बदल दिया। यह उनका ही आइडिया था कि दुकान का थीम कोर्ट रूम जैसा हो।” कोर्ट रूम जैसा है पूरा माहौल दुकान में कदम रखते ही आपको लगेगा कि आप किसी कोर्ट रूम में आ गए हैं। दीवारों को कोर्ट की तरह सजाया गया है, जिन पर चाय और अदालत से जुड़े मजेदार स्लोगन लिखे हैं, जैसे- “चाय पियो, फैसला सुनाओ!” या “एक कप में सजा दो सजा!” मेन्यू भी बिल्कुल अनोखा है, जो ‘केस’ और ‘सेक्शन’ में बंटा हुआ है। मसलन, अगर आपको मसाला चाय चाहिए, तो आपको कहना होगा, “केस नंबर 1 का सेक्शन 2 पेश करो!” और अगर नींबू वाली चाय चाहिए, तो “केस नंबर 3 का सेक्शन 4!” जॉली LLB 2′ से भी है खास कनेक्शन
इस दुकान की शोहरत इतनी बढ़ गई कि बॉलीवुड भी इसका दीवाना हो गया। अंशु राज गर्व से बताते हैं, “फिल्म जॉली LLB 2 के ट्रेलर की शूटिंग यहीं हुई थी। जिस दिन फिल्म रिलीज हुई, हमने पूरे दिन चाय फ्री रखी थी।” इस खास मौके पर दुकान में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। चाय के साथ अनोखा अनुभव
‘चाय की अदालत’ सिर्फ चाय पीने की जगह नहीं, बल्कि एक ऐसा ठिकाना है, जहां लोग दोस्तों के साथ हंसी-मजाक और कोर्ट रूम जैसे माहौल का लुत्फ उठाते हैं। यहां आने वाले हर ग्राहक को लगता है कि वो किसी मजेदार ‘केस’ का हिस्सा बन गया है। अंशु कहते हैं, “लोगों को हमारा थीम इतना पसंद आया कि अब दूर-दूर से लोग यहां चाय पीने और फोटो खींचने आते हैं।”

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर