अयोध्या में जल जीवन मिशन में 10 करोड़ खर्च:अभी तक घरों तक नहीं पहुंचा पानी, 30,000 लोगों को स्वच्छ पेयजल का इंतजार
जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से करोड़ों रुपए की लागत से चलाई जा रही परियोजनाएं लापरवाही और अनियमितताओं की भेंट चढ़ती नजर आ रही हैं। जिले के मिल्कीपुर विकासखंड की स्थिति खासतौर पर चिंताजनक है, जहां कई परियोजनाएं या तो अधूरी हैं या कागजों पर ही पूरी दिखा दी गई हैं। सिधौना ग्राम पंचायत में 4.17 करोड की लागत से बनाई जा रही पानी की टंकी का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो सका है।परियोजना की शुरुआत कार्यदायी संस्था वी एस ए आई पीपी एल-एससी एल द्वारा 27 अगस्त 2022 को की गई थी, जिसे 28 अगस्त 2023 तक पूरा किया जाना था। हालांकि, एक साल बाद भी टंकी का निर्माण अधूरा है और इससे एक दिन भी पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी है। इस परियोजना से सिधौना और पारा धमथुआ गांव की लगभग 10000आबादी को लाभ पहुंचाना था। संस्था ने 2,500लोगों को नल कनेक्शन भी दे दिए हैं, लेकिन सप्लाई शुरू न होने के कारण ग्रामीणों को आज भी पेयजल के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। जब जल निगम के अवर अभियंता साहब लाल बिंद से इस संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि “काम अभी पूरा नहीं हुआ है।”जबकि मौके पर लगे सूचना बोर्ड पर कार्य को 28अगस्त 2023 को पूर्ण दर्शाया गया है।इस पर उन्होंने सफाई दी कि “बोर्ड को जल्द ही बदलवा दिया जाएगा।”साथ ही उन्होंने बताया कि “कार्यदायी संस्था का भुगतान न होने के कारण काम रुका हुआ है। इसी प्रकार,6.57 करोड़ से गोकुला,मरुई और गनेशपुर ग्राम पंचायतों में भी जल जीवन मिशन के तहत पेयजल परियोजना 27 अगस्त 2022 को शुरू हुई थी और इसे भी 28 अगस्त2023 तक पूरा किया जाना था। इन गांवों की कुल आबादी लगभग20,000 है।योजना के तहत 1292 घरों में नल कनेक्शन देने और 7842 लोगों को लाभ देने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि, आज तक सभी घरों तक नल कनेक्शन नहीं पहुंच पाए हैं। कुछ स्थानों पर पंप का ट्रायल अवश्य हुआ है, लेकिन नियमित पानी की सप्लाई अब तक शुरू नहीं हुई है। पाइपलाइन बिछाने का कार्य भी कई जगहों पर अधूरा पड़ा है।
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