अंडे के गत्ते में पूजा की मिठाई कर रहे सप्लाई:गोरखपुर में आस्था के साथ खिलवाड़; पकड़े गए तो बताया कोई खाता नहीं
दीपावली पर्व धीरे-धीरे नजदीक आ रहा है। इसे देखते हुए लोगों ने तैयारी भी शुरू कर दी है। लगभग हर घर में इस दिन लक्ष्मी-गणेश की पूजा की जाती है। लेकिन कुछ कारोबारी ऐसे हैं तो आस्था के नाम पर खिलवाड़ करने में जुटे हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच में ऐसा ही मामला पकड़ा गया था। पूजा में उपयोग की जाने वाली चीनी की मिठाई व बताशे को अंडे के गत्ते में भरकर सप्लाई की जा रही है। इस गत्ते पर स्पष्ट लिखा है ”सेने के अंडे”। विभाग ने इसे गंभीर माना है। जब कारोबारियों से पूछा गया कि आखिर वे ऐसा क्यों करते हैं तो उन्होंने बिना किसी झिझक के बताया कि ये पूजा में चढ़ाने के लिए है, इसे कोई खाता नहीं। जब उनसे यह पूछा गया कि यह जानते हुए भी कि ये मिठाई पूजा में चढ़ाई जाती है तो अंडे के गत्ते में क्यों पैक कर रहे हो? इस बात का जवाब उनके पास नहीं था। शनिवार को बड़े पैमाने पर पकडी गई थी चीनी वाली मिठाई
शनिवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने रंगीन चीनी की मिठाई पकड़ी थी। इसमें हानिकारक रंगों का इस्तेमाल किया गया था। प्रथम दृष्टया इसे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक पाया गया। जिसके बाद इसे जब्त कर लिया गया है। चीनी वाली मिठाई लगभग 200 किलो है। इसी तरह यहां बताशा भी पकड़ा गया। लगभग 300 किलोग्राम बताशा पकड़ा गया। यह भी स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। बताशे में मिला रहे थे टेलकम पाउडर
जो बताशा तैयार किया जा रहा था, उसकी सतह पर टेलकम पाउडर मिलाया जा रहा था। बड़ी मात्रा में यह पाउडर बताशे में मिलाते पाया गया है। यह स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह से हानिकारक है। सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि इस पाउडर के इस्तेमाल से कैंसर भी हो सकता है। स्वास्थ्य व विश्वास दोनों के लिए खतरनाक
अंडे के गत्ते में बताशा व पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली चीनी की मिठाई में मिलावट करके इसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बना दिया है। लेकिन ये कारोबारी यहीं नहीं रुके। वे आस्था के साथ खिलवाड़ करने लगे। जो बताशा व चीनी की मिठाई पूजा मे प्रयोग की जाती है, उसे अंडे के गत्ते में पैक कर बाहर भेजा जा रहा है। अब जानिए कहां होता है प्रयोग
आमतौर पर घरों में लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हैं। उसी के साथ लाई, चीनी से बनी मिठाई, बताशा का प्रयोग किया जाता है। इसे भी पूजा में चढ़ाते हैं। अधिकतर घरों में पूजा के बाद इसका वितरण भी कर दिया जाता है। लोग स्वयं भी प्रसाद के रूप में इसे खाते हैं। चीनी से बनने वाली मिठाई हाथी, घोड़ा व अन्य प्रकार की मिठाई बनाई जाती है। अंडे के गत्ते में मिली थी मिठाई
सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि चीनी से बनाई जाने वाली खिलौने जैसी मिठाइयों व बताशा बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा गया। तैयार माल की आपूर्ति करने के लिए प्रयोग किए जाने वाली अंडे के गत्ते का इस्तेमाल किया जा रहा था।
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