UPSTF की अनामिका शुक्ला प्रकरण को लेकर जांच तेज:फर्जी तरीके से नियुक्ति पाने वाले लोगों के रिकॉर्ड किए गए तलब

गोंडा के बहुचर्चित अनामिका शुक्ला प्रकरण में यूपी एसटीएफ की जांच तेज हो गई है। यूपी एसटीएफ ने गोंडा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय और वित्त एवं लेखा विभाग कार्यालय से अनामिका शुक्ला से जुड़े सभी दस्तावेज तलब किए हैं। शासन स्तर से अधिकारियों को चेतावनी दी गई है कि समय पर दस्तावेज उपलब्ध न कराने पर जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी। यह निर्देश जांच में पारदर्शिता और तेजी लाने के लिए दिए गए हैं। नगर कोतवाली में कोर्ट के आदेश पर दर्ज मुकदमे के साथ ही वर्ष 2020 के प्रकरण को लेकर भी यूपी एसटीएफ जांच कर रही है। एसटीएफ इस बात की पड़ताल कर रही है कि आखिर कैसे एक ही अनामिका शुक्ला के नाम पर 25 जगहों पर लोग नौकरी कर रहे थे। जांच का एक मुख्य बिंदु यह भी है कि जिन लोगों ने गलत तरीके से एक ही नाम पर 25 लोगों को नियुक्तियां दीं उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई। एसटीएफ यह भी पता लगा रही है कि अनामिका शुक्ला के मूल दस्तावेज अन्य 25 लोगों तक कैसे पहुंचे और उनका दुरुपयोग कैसे किया गया। इसके अलावा,बिना अनुमोदन के अनामिका शुक्ला को एडेड कॉलेज भैया चंद्रभान दत्त स्मारक लघु माध्यमिक विद्यालय रामपुर टेंगरहा में नियुक्ति कैसे मिली और वेतन भुगतान कैसे किया गया इसकी भी जांच की जा रही है। UPSTF अयोध्या इकाई हाईकोर्ट के आदेश पर इस पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच के दौरान टीम अब तक दो बार बीएसए कार्यालय पहुंची है और दोनों बार बीएसए से घंटों पूछताछ की है,जिसमें कई अहम जानकारियां मिली हैं। अनामिका शुक्ला प्रकरण से जुड़े कई अन्य लोगों से भी यूपीएसटीएफ जल्द ही पूछताछ करेगी। वर्ष 2017 में कस्तूरबा गांधी विद्यालय में फर्जी तरीके से नियुक्ति पाने वाली अनामिका शुक्ला के विद्यालय का नाम, नियुक्ति तिथि,जन्म तिथि,आधार नंबर,पैन नंबर, शैक्षिक दस्तावेज और भुगतान की जानकारी भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।बेसिक शिक्षा विभाग निदेशालय ने यह भी निर्देश दिया है कि यदि किसी कस्तूरबा गांधी विद्यालय में अनामिका शुक्ला नाम की कोई शिक्षिका तैनात नहीं है,तो संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों से एक प्रमाण पत्र लेकर बीएसए को देना होगा।

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